BHU में सीनियर डॉक्टर को पीटा

-आयुर्वेद फैकल्टी के वरिष्ठ चिकित्सक व डिप्टी चीफ प्रॉक्टर पर मरीज के परिजनों ने बोला हमला

-हॉस्पिटल में मचा हंगामा, हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए रेजीडेंट्स ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम

VARANASI

बीएचयू के एसएस हॉस्पिटल में रविवार को एक मरीज के परिजनों ने डिप्टी चीफ प्रॉक्टर और सीनियर डॉक्टर प्रो। एमए अंसारी पर हमला बोल दिया। जब तक वो संभलते उन्हें मारपीट करके घायल कर दिया। इसकी जानकारी होते ही हॉस्पिटल में हड़कम्प मच गया। बड़ी संख्या में जूनियर डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ व सिक्योरिटी गार्ड पहुंच गए। जूनियर डॉक्टर्स ने घटना के विरोध में हड़ताल शुरू कर दी। प्रो। अंसारी के मनाने पर और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का वक्त देते हुए स्ट्राइक खत्म कर दी। मरीज के परिजनों ने शनिवार की रात भी जूनियर डॉक्टर्स और नर्सो संग मिसबिहैव किया था। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।

बेड पर बैठने से किया मना तो

मेहनाजपुर आजमगढ़ निवासी कौशलेंद्र सिंह की पत्नी नैनतारा देवी आयुर्वेद फैकल्टी के काय चिकित्सा वॉर्ड में बेड नंबर 21 पर एडमिट थी। सर्जरी के विशेषज्ञ, सीनियर डॉक्टर व डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो। एमए अंसारी सुबह ऑन कॉल नैनतारा का हाल जानने पहुंचे थे। मरीज के बेड पर कई लोगों को बैठे देख सबको उठने के लिए कहा। यह बात मरीज के परिजनों को बुरी लगी। परिजनों ने प्रो। अंसारी को धक्का दे दिया। वो गिर गए तो उनकी पिटाई शुरू कर दी। उन्होंने किसी तरह खुद को बचाया और घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में रेजीडेंट डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ व सिक्योरिटी गार्ड वॉर्ड में पहुंच गए। मरीज के परिजनों ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस दौरान एक परिजन के सिर पर चोट लग गयी।

दोनों तरह से FIR

लंका एसओ के अनुसार हॉस्पिटल में मारपीट के मामले में दोनों पक्षों की तरफ से केस दर्ज कराया गया है। प्रो। एमएस अंसारी की तहरीर पर मरीज के पति आजमगढ़ निवासी कौशलेंद्र सिंह, बेटे विशाल, सौरभ सहित अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कौशलेंद्र सिंह ने प्रो। अंसारी सहित क्भ् अन्य स्टाफ पर मारपीट, लूट, बलवा का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराया है। एसएस हॉस्पिटल के विभिन्न वॉर्डो एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। काय चिकित्सा वॉर्ड के कर्मचारियों का कहना है कि यहां का सीसीटीवी कैमरा भी दो माह से खराब है। अगर कैमरा सही रहता तो घटना की पूरी सच्चाई सामने आ जाती।

हॉस्पिटल में अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिस मरीज के परिजनों ने मारपीट की उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।

- डॉ। राजेश सिंह, एपीआरओ,

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