लेफ्ट दलों व एडवोकेट्स के बीच हुई झड़प, चले ईट-पत्थर, कइयों के फटे सिर

- वंदेमातरम का नारा लगा रहे अज्ञात एडवोकेट्स के खिलाफ हमला करने की रिपोर्ट

ALLAHABAD:

जेएनयू के मसले पर पूरा देश उबल रहा है तो इलाहाबाद कहां से ठंडा रहने वाला था। गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया की अरेस्टिंग के खिलाफ लेफ्ट पार्टियों के प्रोटेस्ट के दौरान राष्ट्र विरोधी नारे लगाने का हल्ला उड़ा तो उनको 'राइट' करने के लिए एडवोकेट्स भी आ धमके। इसके बाद क्या था, नारेबाजी से शुरू हुई तकरार, धक्कामुक्की के बाद मारपीट में तब्दील हो गई। झंडे, बैनर फाड़ दिए गए और नारे लगाने वालों को जमकर धुना गया। इसमें लेफ्ट पार्टियों के आधा दर्जन कार्यकर्ताओं को चोटें आई। कइयों के सिर फट गए। एडवोकेट्स ने भी मारपीट का आरोप लगाया है। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और एडवोकेट्स को शांत करवाया। इस मामले में लेफ्ट पक्ष ने 'वंदेमातरम' का नारा लगा रहे एडवोकेट्स के खिलाफ तहरीर दी जिस पर एफआईआर दर्ज कर ली गई।

ज्वाइंट प्रोटेस्ट था

गुरुवार को सीआईएम, सीपीआई, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, स्टूडेंट्स इस्लामिक आर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया, नेशनल असेंबली ऑफ मुसलिम स्टूडेंट एंड यूथ, पीयूसीएल

का ज्वाइंट प्रोटेस्ट था। सभी लेफ्ट संगठनों के प्रतिनिधि सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट में बरगद के पेड़ के नीचे तख्ती, बैनर लेकर पहुंच गए। इसके बाद शुरू हो गया नारेबाजी का दौर। कलेक्ट्रेट में कामकाज सामान्य तौर पर चल रहा था। इसी बीच कचहरी तक बात पहुंच गई कि कुछ लोग 'पाकिस्तान जिंदाबाद' व भारत के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।

बरगद पेड़ के पास हुई झड़प

देखते ही देखते सैकड़ों एडवोकेट्स बरगद पेड़ पर पहुंच गए। आरोप है कि उनके सामने भी राष्ट्र विरोधी नारे लगाए जा रहे थे। इसी दौरान एक पक्ष ने बैनर पोस्टर फाड़कर लेफ्ट वर्कर्स को पीटना शुरू कर दिया। ईट-पत्थर भी चले। इसमें अविनाश मिश्रा, उत्पला शुक्ला, नीलम शंकर, विशाल, केके पांडेय आदि जख्मी हो गए। एडवोकेट्स का आरोप है कि राष्ट्र विरोधी तत्वों ने उन पर हमला बोला। इसमें कई एडवोकेट भी चोटहिल हो गए। सीओ कर्नलगंज डीपी त्रिपाठी कई थानों की फोर्स के साथ स्पॉट पर पहुंच गए। हालांकि पाकिस्तान को लेकर नारे लगाने की किसी ने पुष्टि नहीं की।

इन्हें आई चोटें

अविनाश मिश्रा, उत्पला शुक्ला, नीलम शंकर, विशाल, केके पांडेय आदि जख्मी हो गए।

थाने पर ही दिया ज्ञापन

लेफ्ट वर्कर्स मारपीट के बाद सीधे कर्नलगंज थाने पहुंचे। वहां से उनको ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल भेजा गया। थाने में ही मजिस्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन लिया। एडवोकेट हरेंद्र मिश्रा और उनके साथियों ने वामपंथी दल के कार्यकर्ताओं पर राष्ट्र विरोधी नारे लगाने का आरोप लगाया है। लेफ्ट पार्टियों की तरफ से केके पांडेय, अविनाश मिश्रा, उत्पला शुक्ला ने तहरीर दी। एफआईआर रात 10 बजे के बाद दर्ज की गई।

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एलआईयू के कान खड़े

राष्ट्र विरोधी और पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के आरोपों के बाद एलआईयू भी सक्रिय हो गई। सरकार के खिलाफ नारे लगाने के तो सुबूत मिले हैं लेकिन पाकिस्तान के पक्ष में नारेबाजी का वीडियो सामने नहीं आया है। एडवोकेट्स ने भी सिर्फ जुबानी आरोप लगाया है। उनकी तरफ से सुबूत के तौर पर कोई वीडियो पेश नहीं किया गया है। मामला प्रकाश में आने के बाद एलआईयू व आईबी के लोग वीडियो की तलाश में जुट गए हैं।

लेफ्ट पर भी दर्ज होगा मुकदमा

धरने का आयोजन करने वाले लेफ्ट के नेताओं पर भी मुकदमा दर्ज होगा। मुकदमा धारा 144 का उल्लंघन करने पर लिखा जाएगा। एडवोकेट्स भी देश विरोधी नारे लगाने के मामले में रिपोर्ट लिखवाने की तैयारी कर रहे हैं।

एक पक्ष की तहरीर पर मुकदमा लिखा जा रहा है। दूसरे पक्ष की तरफ से फिलहाल तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलेगी तो मामला दर्ज किया जाएगा।

डीपी त्रिपाठी, सीओ कर्नलगंज