इस फ़ैसले के बाद बतौर मेज़बान न्यूज़ीलैंड भी प्रतियोगिता में शामिल हो जाएगा। भारत को पहले इस प्रतियोगिता का आयोजन दिया गया था मगर पिछले हफ़्ते ही अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ यानी एफ़आईएच ने उससे ये मेज़बानी छीन ली।

अब भारत को नवंबर में दक्षिण अफ़्रीका में होने वाली चैंपियंस चैलेंज प्रतियोगिता में खेलना होगा। दरअसल भारत में हॉकी इंडिया और भारतीय हॉकी महासंघ का विलय नहीं हो सका मगर सरकार की पहल के बाद दोनों के बीच एक समझ बनी थी और उसके तहत दोनों मिलकर काम कर रहे थे। उधर एफ़आईएच ने सिर्फ़ हॉकी इंडिया को मान्यता दी हुई है। ऐसे में मसला नहीं सुलझने पर एफ़आईएच ने भारत से मेज़बानी छीन ली।

न्यूज़ीलैंड को ये प्रतियोगिता देने के फ़ैसले पर एफ़आईएच के अध्यक्ष लिएंड्रो नेग्रे ने कहा, "किसी भी देश से एक प्रतियोगिता वापस लेना हमेशा ही मुश्किल होता है मगर न्यूज़ीलैंड की ओर से मेज़बानी की पहल करना काफ़ी अच्छा रहा." उन्होंने भरोसा जताया कि न्यूज़ीलैंड बेहतरीन आयोजन करेगा। वहीं न्यूज़ीलैंड ने भी ऑकलैंड में इस आयोजन का मौक़ा मिलने पर ख़ुशी जताई।

न्यूज़ीलैंड हॉकी की मुख्य कार्यकारी हिलेरी पूल ने कहा, "इस प्रतियोगिता के आयोजन का मौक़ा मिलना सौभाग्य की बात है." इस प्रतियोगिता का विस्तृत कार्यक्रम आने वाले हफ़्तों में जारी किया जाएगा मगर ये निश्चित है कि तीन से 11 दिसंबर की तारीख़ नहीं बदली जाएगी। उधर दक्षिण अफ़्रीका में होने वाले चैंपियंस चैलेंज का बदला हुआ कार्यक्रम भी जल्दी ही घोषित होगा।

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