- प्रदेश के 20 जोन में से बरेली 12 वें नम्बर पर

<- प्रदेश के ख्0 जोन में से बरेली क्ख् वें नम्बर पर

BAREILLY:

BAREILLY:

टैक्स चोरी का माल लाकर बिक्री करने के आदती व्यापारी हेराफेरी पकड़े जाने केडर से क्रय-विक्रय का रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं। जबकि, जीएसटी में साफ है कि व्यापारी हर माह की ख्0 तारीख तक रिटर्न फाइल कर दें, जीएसटी लागू होने के एक वर्ष बाद भी रिटर्न भरने को लेकर व्यापारियों के मन में कोई दिलचस्पी नहीं जगी है। इसी का नतीजा है कि रिटर्न दाखिल करने में बरेली जोन प्रदेश में काफी पीछे है।

ख्0 जोन में बंटा है प्रदेश

प्रदेश में कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट को ख्0 जोन में बांटा गया है। इनमें बरेली, आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, इटावा, फैजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद-क् व ख्, गोरखपुर, झांसी, कानपुर-क् व ख्, लखनऊ-क् व ख्, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर और वाराणसी- क् व ख् शामिल हैं। लेकिन रिटर्न दाखिल करने के मामले में बरेली के माइग्रेट और नए रजिस्टर्ड व्यापारी काफी पीछे हैं। कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के मई ख्0क्8 के आंकड़ों की बात करें तो रिटर्न दाखिल करने के मामले में बरेली माइग्रेट व्यापारियों में म् जोन और नए रजिस्टर्ड व्यापारियों में क्ख् जोन से पीछे है।

क् करोड़ के टर्नओवर वाले ज्यादा

हालांकि, न्यू रजिस्टर्ड व्यापारियों के रिटर्न दाखिल नहीं करने में प्रदेश में 8 जोन बरेली से ऊपर हैं। इनमें इलाहाबाद, फैजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद-ख्, गोरखपुर, लखनऊ-क् व ख् और वाराणसी-ख् जोन शामिल हैं। कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों की मानें तो रिटर्न नहीं भरने वालों में छोटे व्यापारी अधिक हैं। जिनका टर्नओवर क् करोड़ से कम हैं वह समय पर रिटर्न जमा नहीं कर रहे हैं। हालांकि, क् करोड़ से ऊपर के टर्नओवर वाले व्यापारी हर महीने समय पर क्रय-विक्रय का हिसाब दे रहे हैं।

रद हो सकता है लाइसेंस

नियम के मुताबिक, म् महीने तक रिटर्न नहीं भरने वाले व्यापारियों के फर्म का लाइसेंस स्वत:रद हो जाने का नियम है। उसके बाद कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की टीम पिछले म् महीने केरिकॉर्ड की जांच करेगी। यदि, जांच में माल की खरीद-बिक्री में कोई हेरफेर या गड़बड़ी पायी जाती है, तो व्यापारियों के ऊपर जुर्माना और पेनाल्टी लगाए जाने का प्रावधान हैं।

एक नजर में बरेली

- ख्8,फ्फ्0 व्यापारी माइग्रेट।

- क्ख्,979 नए रजिस्ट्रेशन।

- फ्,फ्म्फ् माइग्रेट व्यापारी रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं।

- ख्,म्7क् नए रजिस्टर्ड व्यापारी रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं।

प्रदेश में एक नजर

- ख्0 जोन में प्रदेश बंटा हुआ है।

- क्7.फ्7 फीसदी के साथ माइग्रेट व्यापारियों में रिटर्न न दाखिल करने में 7 वें नम्बर पर बरेली है।

- ख्8.ख्क् फीसदी के साथ नए व्यापारियों में रिटर्न न दाखिल करने में क्ख् वें नम्बर पर बरेली है।

समय से रिटर्न दाखिल नहीं होने से काफी प्रॉब्लम्स होती है। बरेली में रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों में माइग्रेट और नए रजिस्टर्ड व्यापारियों को संख्या काफी है। व्यापारी रिटर्न दाखिल करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

वीरेंद्र प्रताप सिंह, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-क् कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट

रिटर्न दाखिल न होने के पीछे अधिकारियों का तानाशाही रवैया है। समस्याओं को दूर करने की बजाया फोर्स के साथ छापेमारी कर व्यापारियों को परेशान करने का काम किया जाता है।

राजेंद्र गुप्ता, व्यापारी

ख्0 लाख से कम टर्नओवर वाले व्यापारियों को यह कहते हुए माइग्रेट करा दिया कि बाद में हट जाएगा। अब वह पात्र हैं ही नहीं तो इस लिए रिटर्न दाखिल नहीं कर रहे हैं। जिस वजह से ग्राफ गिरा है।

राजेश जसोरिया, व्यापारी