18वां करावाचौथ

आज भी दोनों एक दूसरे को हर मौके पर गिफ्ट देते हैं। आत्मा ने बताया कि पहले करवाचौथ पर बबीता को मैंने साड़ी और ज्वेलरी गिफ्ट किया था उसे आज भी वह संभाल कर रखी है। वहीं बबीता ने बताया कि जो वॉच मैंने उन्हें गिफ्ट किया था वह आज भी पहनते हैं। यह हमारा 18वां करवाचौथ है। आत्मा ने बताया कि इस बार उन्होंने बबीता के लिए अंगूठी बनवाई है। वहीं बबीता एक गिफ्ट पैकेट तो ले आयी है लेकिन उसमें क्या है नहीं बता रही।

दो माह बाद रखा पहला करवाचौथ

आत्मा ने बताया कि 19 जून 1992 को मुलाकात हुई और तीन साल बात 5 जुलाई 1995 को मैरेज हुई। मैरेज के दो माह बाद ही करवाचौथ पड़ा और बबीता ने करवाचौथ व्रत रखा। बबीता ने बताया कि पहले करवाचौथ पर हसबैंड ने बहुत साथ दिया। पूरे दिन घर पर रहे और सहयोग किया। आज भी वे हर मौके पर खड़े होकर मजबूती का एहसास दिलाते हैं। वहीं आत्मा बताते हैं कि बबीता के हाथ की चाय सारे टेंशन खत्म कर देती है।