-दोपहर लगभग एक बजे पहुंची टीम, आधा दर्जन जेसीबी मशीनें भी लगी

- पुलिस ने किया अरेस्ट

LUCKNOW: आखिरकार सीतापुर से सपा विधायक रामपाल यादव का रसूख काम नहीं आया और जिला प्रशासन व पुलिस के साथ पहुंचे एलडीए दस्ते ने जियामऊ इलाके में उनकी अवैध निर्माणधीन बिल्डिंग को ढहा दिया। विधायक और उनके समर्थकों के विरोध के बावजूद आधा दर्जन से अधिक जेसीबी मशीनों ने बिल्डिंग जमीदोंज कर दी। मौके पर विधायक और उनके साथियों ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद पुलिस ने विधायक समेत नौ लोगों को हिरासत में ले लिया।

अचानक पहुंची टीम

गुरुवार दोपहर लगभग दो बजे जिला प्रशासन से एडीएम ईस्ट निधि श्रीवास्तव, एसएसपी व भारी संख्या में पुलिस के साथ एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह, सचिव श्रीश चंद्र वर्मा व अन्य एलडीए अधिकारी जियामऊ स्थित विधायक के अवैध बिल्डिंग को तोड़ने पहुंचे। अचानक बिल्डिंग तोड़ने पहुंची टीम को देखकर बिल्डिंग में मौजूद लोगों में विरोध करना शुरू कर दिया। एलडीए के जेसीबी बिना समय गवाएं ही बिल्डिंग को जमीदोंज करने में जुट गई। न तो सामान बाहर निकालने दिया न ही कोई बात की। एक साथ सभी जेसीबी मशीनों ने बिल्डिंग तोड़ना शुरू किया और घंटे भर में काफी हिस्सा तोड़ दिया गया। कुछ देर में विधायक राम पाल यादव, उनके बेटे, दामाद और समधी ने वहां आकर हंगामा करने लगे। बिल्डिंग गिरती देख विधायक ने एलडीए अधिकारियों के साथ गालीगलौज शुरू कर दी।

सचिव को मारने दौड़े, एसओ पर तानी पिस्टल

गुस्से में विधायक और उनके साथियों ने बिल्डिंग गिराने के आर्डर की मांग को लेकर एलडीए सचिव श्रीश चंद्र वर्मा के साथ हाथापाई की और उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। एसओ पारा अशोक कुमार पर विधायक के पुत्र ने पिस्टल तान दी जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। एसएसआई कृष्णानगर सुधीर कुमार ने उससे पिस्टल छीनी। विधायक और उनके समर्थकों ने पुलिस के साथ भी हाथापाई की कोशिश की लेकिन उनकी एक न चली और पुलिस सभी को अपने साथ ले गई। इसके बाद एलडीए के सचिव और वीसी मामला बढ़ता देख वापस लौट गए। मालूम हो कि यह बिल्डिंग विधायक राम पाल यादव की बेटी दीपा यादव के नाम पर है। जिस पर एलडीए के मानकों को ताक पर रखकर कामर्शियल एक्टीविटी भी शुरू कर दी गई थी। एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक बिल्डिंग को लोहिया पथ से जोड़ने के लिए अवैध तरीके से रैम्प का निर्माण भी कराया जा रहा था।

वीसी ने दिए एफआईआर के आदेश

एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह भी मौके पर मौजूद थे। बिल्डिंग तोड़ने में व्यवधान उत्पन्न करने के मामले और अवैध निर्माण को लेकर उन्होंने एफआईआर के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई भी तब की गई है कि अवैध निर्माण का मामला अभी कोर्ट में है।

पहले जनवरी में सील की थी बिल्डिंग

इससे पहले जनवरी माह में कोर्ट के आदेश पर एलडीए टीम ने खानापूर्ति के नाम पर बिल्डिंग को सील कर दिया था। उस समय भी देर शाम पीएसी, पुलिस और जेनरेटर के साथ टीम पहुंची थी लेकिन कार्रवाई शुरू करते ही एलडीए अधिकारियों ने बिना नोटिस दिए तोड़ने पर एलडीए अधिकारियों को घेर लिया था। जिसके बाद एलडीए अधिकारियो ने बिल्डिंग में सीलिंग की नोटिस चस्पा कर वापस लौट गई थी।

बॅक्स बॉक्स

सीतापुर में भी तोड़ी बिल्डिंग

विधायक राम पाल यादव के सीतापुर स्थित बिल्डिंग को भी जिला प्रशासन ने तोड़ा। जिला प्रशासन के नेतृत्व में पहुंची टीम ने बिल्डिंग की बाहरी दीवार तोड़ दी गई। हालांकि बाद में विधायक लोगों ने कोर्ट आदेश लाकर दिखाया तो उसे रोक दिया गया।

वीसी सत्येंद्र ंिसह

बताते चलें कि पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी के निर्णय के खिलाफ अपने बेटे को चुनाव लड़ाकर विधायक ने बगावत की थी। जिसके बाद विधायक रामपाल यादव को पार्टी से निकाल दिया गया था। उनका बटा जीत भी गया लेकिन बाद में पार्टी ने उनका निलंबन वापस ले लिया।

रविदास मेहरोत्रा भी समर्थन में

पुलिस ने रामपाल यादव, उनके बेटे जीतेंद्र यादव सहित नौ लेागों को हिरासत में लेकर शाम को पुलिस लाइन भेज दिया। लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मेहरोत्रा ने वहां जाकर विधायक के समर्थन में एलडीए अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग में रखे पांच करोड़ के सामान को नष्ट कर दिया गया।