1.84 लाख वर्गमीटर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा

52 तालाबों, पोखरों और जोहड़ों पर बने मकान

आरटीआई से खुलासा, मामले की जांच की मांग

Meerut। निगम अधिकारियों की सुस्ती के कारण नगर निगम की जमीन पर भू-माफिया का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक केवल बेनामी व सरकारी जमीन को कब्जा करने वाले भू-माफिया अब निगम के तालाबों और पोखरों पर कब्जा करने लगे हैं। इसी का नतीजा है कि निगम की करीब 1.84 लाख वर्गमीटर जमीन पर अवैध कब्जा हो चुका है। दरअसल, यह जमीन शासन ने तालाब और भू-जल संरक्षण के लिए रिजर्व की हुई थी। नगर आयुक्त मनोज चौहान ने बताया कि तालाबों की जमीन का जल्द सर्वेक्षण कराकर जगह-जल्द से जल्द अतिक्रमण व कब्जा मुक्त कराया जाएगा।

52 तालाबों, जोहड़ों पर अतिक्रमण

निगम परिसीमन में आने वाली 1.84 लाख वर्गमीटर जमीन पर निगम के करीब 52 तालाब बने थे, लेकिन तालाब सूखने और सही रख-रखाव ना होने के कारण तालाबों पर पिछले कुछ सालों में अवैध कब्जा और अतिक्रमण हो गया। आरटीआई के माध्यम से कुलदीप शर्मा ने इन तालाबों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि निगम अभिलेखों में बने इन तालाबों पर आज निर्माण हो चुका है। हम इन जमीनों को कब्जामुक्त कराने के लिए कोर्ट में रिट दायर करेंगे।

इन खसरों पर कब्जा

क्षेत्र खसरों की संख्या क्षेत्रफल वर्गमीटर

शोभापुर 15 24160

बराल परतापुर 1 2650

कुंडा 1 2530

अच्छरौंडा 2 3030

हाफिजाबाद मेवला 1 760

रोशनपुर डोलरी 2 3540

जटौली 2 17580

बुढे़रा जाहिदपुर 2 8220

काजीपुर 2 33250

अब्बदुल्लापुर 6 21050

औरंगशाहपुर 2 5310

सरायकाजी 1 2280

दतावली गेसुपुर 2 8850

घोसीपुर 1 1640

मेरठ कस्बा 1 3790

फतेहल्लापुर 1 510

नंगलाशेख जैनपुर 1 760

कस्बा मेरठ 9 45630