- स्वास्थ्य विभाग की सील हटा हो रहा था संचालन, 14 मार्च को किया गया था सील

GORAKHPUR: छापेमारी के दौरान सील किए गए तीन अल्ट्रासाउंड सेंटर्स के फिर से संचालित किए जाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। स्वास्थ्य विभाग ने तीनों सेंटर्स को कानूनी शिकंजे में लेने के लिए उनके विरुद्ध कैंट थाने में तहरीर दी है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। बिना लाइसेंस और एक्सप‌र्ट्स के कुछ अल्ट्रासाउंड सेंटरों को संचालित करने की सूचना सीएमओ कार्यालय को मिली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ ने शिकायत पर एसीएमओ डॉ। एनके पांडेय के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम का गठन किया। टीम ने 14 मार्च को देवरिया रोड स्थित डायग्नोस्टिक सेंटर, सिंघडि़या के ट्रांसलैब डायग्नोस्टिक, स्टार डायग्नोस्टिक और श्रीकृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच की गई। जांच के दौरान मौके पर न तो एक्सपर्ट टेक्निशियन थे और न ही सेंटर्स के लाइसेंस मिले। यह सेंटर्स अवैध रूप से संचालित हो रहे थे। टीम ने अनियमितता पाए जाने पर सेंटर्स को सील करते हुए संचालकों को सीएमओ ऑफिस में सेंटर से संबंधित सभी दस्तावेज के साथ तलब किया। सील की कार्रवाई के बाद न तो कोई संचालक दस्तावेज के साथ सीएमओ के समक्ष प्रस्तुत हुए और न ही इसकी पैरवी की।

हटा दी विभाग की सील

सील की कार्रवाई के बाद अल्ट्रासाउंड सेंटर्स संचलाकों ने कानून को अपने हाथ मे लेते हुए बिना स्वास्थ्य विभाग को सूचित किए सेंटर्स की सील खोल दी। वे फिर से अपने कार्य में जुट गए। इसी बीच किसी ने इसकी जानकारी सीएमओ को दी। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग तत्काल एक्शन में आ गया। उन्होंने संचालकों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। कैंट पुलिस तहरीर के आधार पर संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।

वर्जन

एक व्यक्ति ने सूचना दी कि सेंटर्स की सील हटा संचालक दोबारा अवैध रूप से सेंटर्स का संचालन कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेंटर्स के संचालकों के खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ