-नगवा पर 'आप' और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट मामले में दर्ज हुआ मुकदमा

- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को काला झंडा दिखाने के दौरान दोनों पार्टी के समर्थक आये थे आमने-सामने

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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलवाई बना दिया। इस कार्रवाई के पीछे पुलिस आप नेताओं और भाजपाइयों संग हुई मारपीट और पथराव की उस घटना को वजह बता रही है जो 22 फरवरी को दिल्ली के सीएम केजरीवाल को नगवा पर काला झंडा दिखाने के दौरान घटी थी। पुलिस ने कुल छह भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मारपीट और बलवा का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दिखाये थे काले झंडे

रविदास जयंती पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था और मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उनको काले झंडे दिखाये थे। आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के काफिले पर पत्थर भी फेंके थे। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं संग आप कार्यकर्ता उलझ गए थे। इस मारपीट और पथराव में इसमें दो आप कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मंगलवार को इसी मामले में आप समर्थकों ने बीजेपी के छह नेताओं के खिलाफ नामजद तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। लंका एसओ संजीव ने बताया कि आप के जिला संयोजक अब्दुल्ला खान और कार्यकर्ताओं ने तहरीर दी थी। उस पर कार्रवाई करते हुए भाजपा पार्षद के पति विनीत सिंह, अजय गुप्ता, किशोर, अजित सिंह, रंजीत सिंह और गोलू के खिलाफ मारपीट और बलवा का केस दर्ज किया गया है। एसओ ने बताया बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी नामजद तहरीर दी है। उसकी जांच की जा रही है। बता दें कि इस मामले में आप नेता संजय सिंह ने एसएसपी आकाश कुलहरि से मुलाकात की थी। जिसके बाद एसएसपी ने दोषी भाजपा नेताओं के खिलाफ एक दो दिन के अंदर कार्रवाई का भरोसा दिया था।