- वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने दर्ज कराया मुकदमा

- आरोपियों के खिलाफ होगी गैंगेस्टर की कार्रवाई

GORAKHPUR: जेल में बवाल के दौरान बंदियों ने करीब 50 लाख रुपए की सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया है। जेल में बने पीसीओ, भंडारा, किचन, बैरक के ऑफिस, सीसीटीवी कैमरे सहित कई महत्वपूर्ण सामान क्षतिगस्त हो गए हैं। जेल प्रशासन ने नुकसान का आंकलन किया। इस दौरान मामले की जांच भी हुई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसके शर्मा की तहरीर पर गुरुवार देर रात शाहपुर थाना में 13 नामजद सहित सैकड़ों अज्ञात बंदियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा, कब्जा करने, बंधक बनाने सहित कई धाराओं में केस दर्ज हुआ। सीओ कैंट ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी।

इन बंदियों को किया गया नामजद

मनोज ओझा, राकेश सिंह, राजकुमार बाजपेई, सोनू सिंह, विवेक तिवारी, राकेशमणि, आफिल, नंदन सिंह, चंदन यादव और शेरू सहित 13 के खिलाफ जेल प्रशासन की ओर से तहरीर दी गई थी। इन सभी के खिलाफ पहले से गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। जेल में बवाल के मामले में केस दर्ज होने के बाद पुलिस गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई पूरी करने में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमले में घायल तीन बंदी रक्षकों की हालत नाजुक बनी है।

अनुसूचित जाति आयोग ने लिया संज्ञान

जेल में बीमार कैदी की मौत के मामले को अनुसूचित जाति आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग के सदस्यों ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है। आयोग के चेयरमैन पीएल पुनिया ने कैदी के परिजनों से मोबाइल पर बात कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने आश्वासन दिया कि पिटाई से मौत के मामले की जांच होगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच टीम में आयोग के प्रदेश संयोजक महेंद्र मोहन गुड्डू, जिला संयोजक रामनाथ निषाद, इंजीनियर अमित कन्नौजिया सहित कई लोग मौजूद रहे। टीम ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की।