द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म : पूर्वी सिंहभूम के पोटका प्रखंड के पांच पंचायतों के मुखिया के विरुद्ध 1 करोड़ 55 लाख रुपये के गबन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी शौचालय निर्माण की सरकारी राशि के घोटाले से संबंधित है। इस मामले में पोटका थाने में सात अक्टूबर, कोवाली थाने में सात अक्टूबर, जादूगोड़ा थाने में छह अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज की गई है।

डीसी ने सौंपी रिपोर्ट

लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय के आदेश पर पूर्वी सिंहभूम जिले में शौचालय निर्माण में 1 करोड़ 55 लाख 40 हजार रुपये की गड़बड़ी की प्रारंभिक जांच की गई थी। जमशेदपुर के उपायुक्त ने प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट और अब तक की गई कार्रवाई से लोकायुक्त कार्यालय को अवगत कराया है, जिसमें पांच मुखिया पर प्राथमिकी की जानकारी दी गई है।

लोकायुक्त ऑफिस में दर्ज हुई थी शिकायत

गौरतलब है कि पूर्वी सिंहभूम के चडराडीह कोवाली निवासी दिनेश महतो ने इस संबंध में लोकायुक्त के कार्यालय में शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर इस पूरे घोटाले की जांच पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर के कार्यपालक अभियंता से कराई गई थी। तीन अक्टूबर को कार्यपालक अभियंता ने अपनी जांच रिपोर्ट दी थी। जांच रिपोर्ट में उन्होंने पोटका प्रखंड के मानपुर, शंकरदा, कोवाली, जामदा व कुलडीहा पंचायतों के मुखिया पर वित्तीय अनियमितता की पुष्टि की थी और आरोपित मुखिया के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुमति मांगी थी।

किनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

1-मानपुर पंचायत

मुखिया तरणी सेन सिंह सरदार व संबंधित ग्राम जल स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष।

2-शंकरदा पंचायत

मुखिया कापरा हांसदा एवं संबंधित ग्राम जल स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष।

3-कोवाली पंचायत

मुखिया सुचित्रा सरदार एवं संबंधित ग्राम जल स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष।

4-जामदा पंचायत

मुखिया सुशील सरदार व संबंधित ग्राम जल स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष।

5-कुलडीहा पंचायत

के मुखिया लक्ष्मी चरण सिंह व संबंधित ग्राम जल स्वच्छता समिति कोषाध्यक्ष।

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