-एफआईआर कॉपी न मिलने पर आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने हजरतगंज कोतवाली में दिया धरना

LUCKNOW: आईपीएस अमिताभ ठाकुर को फोन पर धमकी देने के मामले में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में बीती 24 सितंबर को धमकी देने की एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। एफआईआर दर्ज होने का खुलासा तब हुआ जब आईपीएस ठाकुर खुद गुरुवार को हजरतगंज कोतवाली जा पहुंचे। हरकत में आई हजरतगंज पुलिस ने आनन-फानन सीजेएम कोर्ट कों एफआईआर दर्ज होने की रिपोर्ट भेज दी। हालांकि, धरना देने के बावजूद शाम तक वादी आईपीएस ठाकुर को एफआईआर की कॉपी नहीं मिल सकी।

कोतवाली में शुरू कर दिया धरना

आईपीएस अमिताभ ठाकुर गुरुवार पूर्वान्ह 11 बजे बाइक पर बैठकर कोतवाली पहुंच गए। उनके संग एडवोकेट शरद मिश्र, एडवोकेट चौधरी सहन्सर पाल सिंह और एडवोकेट राजेश राय भी थे। कोतवाली पहुंचते ही आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने एसपी ईस्ट राजीव मलहोत्रा से सीजेएम कोर्ट के आदेशानुसार सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। मगर वे कोई संतोषजनक जवाब न दे सके। इस पर आईपीएस ठाकुर कोतवाली में ही सीओ हजरतगंज के दफ्तर के सामने जमीन पर ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती, तब तक वे वहां से नहीं उठेंगे।

कोर्ट भेजी रिपोर्ट

आईपीएस ठाकुर के कोतवाली कैंपस में धरने पर बैठने से हड़कंप मच गया। आनन-फानन इंस्पेक्टर हजरतगंज विजय मल सिंह यादव ने सीजेएम कोर्ट को रिपोर्ट भेजकर जानकारी दी कि कोर्ट के आदेश पर बीती 24 सितंबर को ही धारा 506 आईपीसी (धमकी देना) के अंतर्गत मुकदमा अपराध संख्या 562/15 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। सोर्सेज ने बताया कि इंस्पेक्टर यादव ने इस रिपोर्ट के साथ ही एफआईआर की कॉपी की छायाप्रति भी संलग्न की थी। करीब पांच घंटे तक धरना देने के बाद आईपीएस ठाकुर को कोर्ट में मौजूद वकीलों ने फोन कर इंस्पेक्टर की रिपोर्ट की जानकारी दी। जिसके बाद वह अपने समर्थकों के साथ मुंशी अजय रावत और ब्रजेश कुमार के पास जा पहुंचे और एफआईआर की कॉपी मांगने लगे। पर, दोनों ही मुंशियों ने कॉपी मौजूद होने से इनकार कर दिया।

डीजीपी दफ्तर में की शिकायत

काफी देर की जद्दोजहद के बावजूद जब आईपीएस ठाकुर को एफआईआर की कॉपी नहीं मिली तो वे अपने समर्थकों के साथ डीजीपी दफ्तर जा पहुंचे। जहां उन्होंने डीजीपी जगमोहन यादव के छुट्टी पर होने की वजह से उनका कार्यभार देख रहे एडीजी कार्मिक भवेश कुमार से मुलाकात की। आईपीएस ठाकुर ने उन्हें प्रार्थना पत्र देकर एफआईआर कॉपी दिलाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर बीती 24 सितंबर को ही दर्ज कर ली गई थी तो यह बात उनसे क्यों छिपाई गई। हाईकोर्ट में भी बुधवार को सरकार की ओर से कहा गया कि जल्द ही एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी। उन्होंने एडीजी कुमार से पूरे मामले में हजरतगंज पुलिस द्वारा बरती गई लापरवाही की जांच की मांग की है।

कोर्ट के आदेश पर एफआईआर 24 सितंबर को ही दर्ज कर ली गई थी। कोर्ट द्वारा अनुपालन आख्या मांगे जाने पर गुरुवार को रिपोर्ट भी प्रेषित कर दी गई है।

राजीव मलहोत्रा

एसपी ईस्ट