आतिशबाजी का धुंआ

जानकारी के मुताबिक केरल के कोल्लम के पारावुर में स्थित पुत्तिंगल मंदिर में शुक्रवार देर रात 11.45 बजे आतिशबाजी का कार्यक्रम शुरू हुआ। इस दौरान यह करीब सुबह भोर तक चला। यह आतिशबाजी कार्यक्रम हर साल की तरह इस साल 14 अप्रैल को मलयालम नववर्ष शुरू होने की खुशी में रखा गया था। जिससे इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वहां मौजूद लोगों की माने तो इस बीच पंडाल में करीब 3.30 बजे आतिशबाजी की चिंगारी से आग लग गई, लेकिन लोग आतिशबाजी देखने में इतने मशगूल थे कि उन्हें आग लगने का अंदाजा भी नहीं था। लोगों को लग रहा था कि यह सारा धुंआ आतिशबाजी का है। जिससे वहां मौजूद भीड़ ने इसे पूरी तरह से नजरंदाज कर दिया। वहीं वह आग बढ़ती जा रही थी। ऐसे में जब लोगों की आग लगने की जानकारी हुई तो भगदड़ मच गई। वहीं देखते ही देखते वहां बनी देवास्वोम बोर्ड बिल्डिंग जलकर राख हो गई।

मदद का आश्वासन

वहीं इस हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन और अधिकारियों ने तुंरत बचाव कार्य शुरू कर दिया। अब तक इस हादसे में करीब 84 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं 200 से अधिक घायलों को भी उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं इस बड़े हादसे में पीड़ितों से मिलने राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी और राज्य के गृहमंत्री रमेश चेन्नीथाला भी पहुंचे। हालांकि इस दौरान पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए चुनाव आयोग से बात करने को कहा है। उनका कहना है कि इस समय आगामी चुनाव की वजह से आचार संहिता लगी है। हालांकि साथ ही पीड़ितों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा इस हादसे की जांच करने का भी आदेश दिया है।

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