JAMSHEDPUR: स्टील सिटी में पड़ रही कड़ाके की सर्दी में गरीबों और असहायों को सर्दी से बचाने के लिए बुधवार रात शहर के विभिन्न इलाकों में अलाव जलवाए गए। जेएनएसी, मानगो, जुगसलाई तीनों नोटिफाइड ऐरिया में रात में अलाव जलते मिले।

शहर में भीषण सर्दी पड़ने के बाद भी अलाव न जलने की खबर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बुधवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित की थी। बुधवार को तीनों नोटिफाइड ऐरिया के विशेष अधिकारियों ने खबर का संज्ञान लेकर अलाव जलाने के निर्देश दिए.अधिकारियों ने अलाव के चिहिन्त स्थानों का निरीक्षण कर अलाव जलवाएं। जिससे गरीबों और असहायों ने चैन की सांस ली है। बता दें कि गरीब और बिना छत के सड़क किनारे रात बिताने वाले लोगों के लिए नगर महापालिका द्वारा अलाव की व्यवस्था की जाती है। जिससे उन्हें सर्दी से बचाया जा सके।

शहर में चिहिन्त स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए गए है। जिनका समय-समय से सत्यापन किया जाएगा। अगर किसी भी जगह अलाव नहीं जल रहा है तो लोग नोटिफाइड कार्यालय में शिकायत कर सकते है।

-राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, स्पेशल ऑफिसर, एमएनएसी

नोटिफाइड ऐरिया में सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए है। अलाव जलवाएं जा रहे है या नहीं इसकी जांच रात में पेट्रोलिंग कर करवाई जाएगी।

संजय पांडेय, स्पेशल ऑफिसर, जेएनएसी

रात में 10 बजे तक मेडिकल स्टोर खुला रहता है। सरकारी अलाव पर थोड़ी देर खड़े होने से ठंड में राहत मिलती है। वहीं गरीबों और दुकानों किनारे सोने वाले लोगों का समय भी आग किनारे बैठने से समय कट जाता है और ठंड में राहत मिलती है।

पप्पू सिंह, कारोबारी, साकची

खाना खाने के बाद अपने साथियों से साथ घंटे भर समय काटते हैं, जिससे ठंड से राहत मिलती है। अभी जनवरी की ठंडक बाकी है। सरकार को गरीबों के लिए कंबल की व्यवस्था करनी चाहिए।

-राम, मजदूर

चाईबासा से मरीज लेकर आया हूं। एमजीएम में तीमारदारों के लेटने की व्यवस्था नहीं होने से आग किनारे बैठकर रात काटी है। सुबह होते ही घर चले जाएंगे। अलाव जलाना सरकार की उपलब्धि है। वहीं सरकार को इसे ठंड में नियमित जलवाना चाहिए।

-बाबूराम, पेशेंट अटेंडेंट, एमजीएम

अलाव जलने से बिक्री समय थोड़ा बैठने से राहत मिल जाती है। इस के साथ ही मार्ग से गुजरने वाले यात्रियों को राहत मिलती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद ही अलाव की व्यवस्था हुई।

सैय्याद, सब्जी विक्रेता