-कोहाड़ापीर के पास थर्सडे रात फायर ब्रिगेड ने बाइक सवार सिपाही को मारी थी टक्कर

-वर्दी में घायल सिपाही को फायर ब्रिगेड के जवान ने नहीं उठाया, मरने के लिए छोड़कर भागा

BAREILLY: कोहाड़ापीर में थर्सडे रात फायर ब्रिगेड की गाड़ी से घायल सिपाही सुबोध ने दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। सिपाही की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस भी सिपाही की मौत पर गमगीन है। पुलिस ने टक्कर मारने वाले फायर ब्रिगेड के ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन एक सवाल खड़ा हो रहा है कि फायर ब्रिगेड के ड्राइवर मौके से भाग क्यों गया। उसने सिपाही को हॉस्पिटल में क्यों नहीं एडमिट कराया। क्या वह ड्यूटी पर नहीं था।

पीछे से मारी थी टक्कर

संभल निवासी सुधोध प्रेमनगर थाने में तैनात था। उसकी ड्यूटी चीता मोबाइल पर थी। थर्सडे रात को वह कोहाड़ापीर चौकी से थाना जा रहा था। चौकी से कुछ दूर चलते ही फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ी ने उसकी बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। टककर लगने से सुबोध गंभीर रूप से घायल हो गया। पब्लिक की सूचना पर पुलिस ने उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। सिपाही को देखने एसएसपी मुनिराज व अन्य अधिकारी भी पहुंचे और बेहतर इलाज के निर्देश दिए। हालात गंभीर होने पर उसे फ्राइडे सुबह 4 बजे दिल्ली रेफर कर दिया गया। उसे सफदरगंज हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया लेकिन ढाई बजे उसकी मौत हो गई।

थाने में शोक की लहर

सुबोध की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। वहीं थाने के स्टाफ में भी शोक की लहर दौड़ गई। साथी सिपाहियों ने बताया कि पूरे स्टाफ में सुबोध सबसे सीधा था। कभी किसी काम के लिए उसने इनकार नहीं किया। सुबोध की कभी कोई शिकायत नहीं आई। उसका पब्लिक के प्रति बिहेवियर अच्छा था। यही वजह थी कि पुलिस डिपार्टमेंट के लोग भी उसे पसंद करते थे।

एफएसओ से मांगी रिपोर्ट

फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की ड्यूटी मॉडल टाउन रामलीला में लगी थी लेकिन फायर टेंडर कोहाड़ापीर कैसे पहुंचा इस पर सवाल खड़ा हो रहा है। बताया जा रहा है कि गाड़ी को प्रेम सिंह चला रहा था और वह ड्यूटी छोड़कर खाना खाने जा रहे थे। यही वजह रही कि हादसे के बाद उन्होंने भागने में भलाई समझी। क्या गाड़ी में कोई और फायरकर्मी मौजूद था। सीएफओ केएन रावत ने एफएसओ से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।