-एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व सेना के साथ एमआई-17 ने शुरू किया ऑपरेशन अग्नि

-1082 स्थानों पर लगी है आग, अकेले दून में 90 से अधिक मामले आए सामने

-देहरादून में 173 हेक्टेयर वन जलकर हुए राख

दून में बनाए गए तीन कंट्रोल रूम

DEHRADUN: प्रदेश के जंगलों में आग लगातार बेकाबू होती जा रही है। आग बुझाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना के वन पंचायत, अग्निशमन दल, ग्रामीण सभी ने ताकत झोंक दी है। रविवार को गढ़वाल के श्रीनगर व कुमाऊं के नैनीताल में बाकायदा एमआई-17 ने ऑपरेशन अग्नि शुरु कर दिया है। इसके बाद भी आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा रहा है। रविवार को पूरे प्रदेश में 1082 स्थानों पर आग रही। जिससे 2269.29 हेक्टेयर एरिया आग से प्रभावित हो गया। जिसमें करीब 21 लाख से अधिक के नुकसान का अनुमान बताया गया है। वहीं देहरादून जिला भी इससे अछूता नहीं रहा है। हालांकि दून में वनाग्नि की घटनाएं नियंत्रण में होने का दावा किया गया है। डीएम देहरादून के अनुसार जिले में अब तक आग के 90 मामले सामने आए। जिसके कारण करीब 173 हेक्टेयर वन जल कर राख हो गए।

कंट्रोल रूम खुले रहेंगे चौबीसों घंटे

देहरादून जिले में वनाग्नि को रोकने के लिए 103 कार्मिकों की तैनाती की गई है। जबकि 800 नियमित व अस्थाई कार्मिकों की अतिरिक्त तैनाती बाकी है। डीएम देहरादून रविनाथ रमन के अनुसार वनाग्नि कंट्रोल में है। घटनाओं पर निगरानी के लिए तीन कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जो चौबीसों घंटे खुला रहेगा। सभी पटवारियों को अपने पटवारी क्षेत्र में तैनात रहने के निर्देश के अलावा जिले के सभी अधिकारियों को आपस में को-ऑर्डिनेशन बनाने के भी आदेश दिए गए हैं। आग से करीब 173 हेक्टेयर भूमि प्रभावित बताई गई है। देहरादून में बनाए गए कंट्रोल रूम के नंबर्स जारी किए गए हैं। जिनमें 0135- 2726066, पुलिस 2712685, वन विभाग 2627612 शाि1मल हैं।

14 हजार ग्रामीणों को किया ट्रेंड

रविवार को एसीएस एस रामास्वामी ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। बताया गया कि आग पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य में 40 मास्टर कंट्रोल रूम, 1166 अग्निशमन चालक दल राज्य स्थापित किए गए हैं। करीब 14000 ग्रामीणों को अग्निशमन के लिए ट्रेंड किया गया है। आग बुझाने को एसडीआरएफ की एक टीम व एनडीआरएफ की तीन टीमों को नैनीताल, अल्मोड़ा, गौचर एवं पौड़ी भेजा गया है। जबकि केंद्र से एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने गढ़वाल व कुमाऊं में आग बुझाने का काम शुरू कर दिया है।

::आग पर काबू पाने को हाईलाइट्स::

-वन्य जीव बहुल क्षेत्रों व संरक्षित क्षेत्रों में पानी की व्यवस्था को दिए गए निर्देश।

-अगले सात दिनों में आग के लिये संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी वेबसाइट forests.uk.gov.in पर उपलब्ध होने का दावा।

- फॉरेस्ट की साईट पर ^BHUVAN ^ पॉर्टल की भी स्थापना की गयी है।

-अगले 15 दिनों के लिये मौसम का पूर्वानुमान भी वेबसाइट पर अपलोड किया गया।

दून में इमरजेंसी सेंटर

वनों में आग के लिये हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं। इसमें वनमित्र-9208008000 व इमरजेन्सी हेल्पलाइन नम्बर 108 फ्लैश किए गए है। वहीं व्हाट्सएप नंबर 7455054828 भी जारी किया गया है। जबकि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र देहरादून में स्थापित किया गया है। जिसका हेल्पलाइन नम्बर 9557444486 व 0135-2410334 है।

आग रोकने को 14 करोड़ की स्वीकृत

जिलों में भी अग्निशमन सेंटर्स स्थापित कर दिए गए हैं। डीएम रोज इनकी निगरानी कर रहे हैं। आग को रोकने के लिए वन पंचायतों, महिला मंगल दलों, स्वयं सहायता समूहों व युवा मंगल दलों को भी शामिल किया गया है। कैम्पा के तहत लगभग आठ करोड़ अवमुक्त कर दिए गए हैं,

जिले--आग की घटनाएं--प्रभावित एरिया--नुकसान

देहरादून--99--213.25भ्(हेक्ट)---1,52,4500(रुपएए)

हरिद्वार-40--95.23(हेक्ट)---47615(रुपए)

चमोली--120--252.85(हेक्ट)---283025(रुपए)

पौड़ी--263--685.09(हेक्ट)---552200(रुपए)

टिहरी--144--190.7(हेक्ट)---132950(रुपए)

उत्तरकाशी--51--70.35(हेक्ट)---63275(रुपए)

रुद्रप्रयाग--45--89.2(हेक्ट)---128300(रुपए)

अल्मोड़ा--43--98.3(हेक्ट)---134700(रुपए)

पिथौरागढ़--76--235.1(हेक्ट)---305150(रुपए)

बागेश्वर--35--113.85(हेक्ट)---168775(रुपए)

चंपावत--24--46.06(हेक्ट)---48030(रुपए)

नैनीताल--135--173.75(हेक्ट)---165625(रुपए)

यूएसनगर--07--04.75(हेक्ट)---3000(रुपए)

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कुल--आग की घटनाएं 1082--प्रभावित क्षेत्र 2269.29 (हेक्ट.)--नुकसान--ख्क्8भ्09भ् रुपए।

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