-सैलानी में रात 9 बजे लगी आग, पब्लिक खुद आग बुझाने में जुटी

BAREILLY:

सैलानी आजाद इंटर कॉलेज के पास फ्राइडे रात करीब 9 बजे ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। ट्रांसफॉर्मर के पास पड़े कूड़े की ढेर में आग पकड़ते ही ऊंची-ऊंची लपटें उठनी शुरू हो गई। आसपास के घरों और दुकानों में भी आग ने पकड़ लिया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए। लोगों ने खुद ही आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग की लपटों के कारण लोग काफी भयभीत हो गए। इस बात की सूचना लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को दी। लेकिन तंग गलियों के कारण फायर ब्रिगेड के पहुंचने में काफी देर हो गई थी।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग

बिजली विभाग के सैलानी आजाद इंटर कॉलेज के पास एक ही जगह पर ऊपर, नीचे दो ट्रांसफॉर्मर लगे हुए हैं। एक 400 और दूसरा 630 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ। व्यापारी दुकानें बंद कर घर जा चुके थे। रात करीब 9 बजे करीब ट्रांसफॉर्मर के फ्यूज में शॉर्ट सर्किट होने से चिंगारी नीचे पड़े कूड़े के ढेर पा जा गिरी। कूड़े में उठी लपटों के कारण आग बूसिंग, केबल और ट्रांसफॉर्मर के तेल में पकड़ लिया। जिसके कारण आग ने विकराल रूप ले लिया।

फायर ब्रिगेड का नहीं लगा फोन

जैसे ही आग की सूचना बिजली विभाग को मिली तुरंत मेन सप्लाई बंद कर दी गई। वहीं फायर ब्रिगेड और पुलिस भी घटना स्थल के लिए निकल पड़ी। लेकिन पतली गलियों की वजह से फायर ब्रिगेड को पहुंचने में एक घंटे का समय लगा गया। समरान खान ने बताया कि आग लगने पर फायर ब्रिगेड को 15 मिनट फोन लगाते रहे लेकिन फोन नहीं लगा। उसके बाद उन्होंने डायल-100 को फोन किया तो वह पहुंची। फिर, फायर ब्रिगेड को लगाया गया तो वह 30 मिनट बाद 2 गाडि़यां पहुंची। तब तक आधा दर्जन से अधिक लोगों की दुकानें और मकानों में लग चुकी थी।

इनकी दुकानों और मकानों में लगी आग

आग के चलते रईस मियां की बर्तन की दुकान, कासिफ और सावेज के कपड़े की दुकान, असलम खान के मकान, सारिक व आमिर के चप्पल की दुकान और नदीम के घर के बाहरी हिस्से में आग लग गई थी। बेड, बर्तन, कपड़े सहित काफी सामान जल कर राख हो गए। कांग्रेस के नेता नवाब मुजाहिद खां ने बताया बिजली विभाग को ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए खाली जगह दी गई थी। फिर भी उन्होंने भीड़भाड़ वाली जगहों पर लगा दिए। घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश रहा। उनका कहना था कि अब वह दोबारा यहां ट्रांसफॉर्मर नहीं लगने देंगे।