डांस के नाम पर हुड़दंग चल रहा है। पलंग टूट चुका है। तभी इनके रंग में भंग पड़ गया। कुछ स्टूडेंट्स ने इस तरह रात में हंगामा करने पर आपत्ति जाहिर की। झगड़ा शुरू हो गया। काफी देर तक गाली-गलौच के बाद आपत्ति जताने वाले स्टूडेंट्स हारकर अपने कमरे में वापस चले गए। पार्टी जारी रही। सुबह चार बजे पार्टी करने वाले स्टूडेंट्स विरोध करने वाले स्टूडेंट्स के रूम नंबर 80 पर पहुंचे और उन्हें ललकारते हुए दरवाजे पर फायर करने लगे। एक-दो नहीं, आधा दर्जन फायर किए गए। कोई रोकने वाला नहीं था। बाद में ये लोग अपने रूम पर ताला लगाकर फरार हो गए।

फिर फैला खौफ
यूनिवर्सिटी में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से माहौल खौफजदा है। यूनिवर्सिटी के न्यू ब्वायज हॉस्टल के एक कमरे में कुछ छात्रों के संग बाहरी युवकों ने रात में जमकर उत्पात मचाया। पढ़ाई कर रहे छात्रों ने मना किया तो उन पर कई गोलियां दाग दी गईं। इन छात्रों ने कमरे के अंदर बंद होकर अपनी जान बचाई। उत्पाती युवकों ने इन छात्रों के कमरे के गेट पर और ऊपर बनी जाली से गोलियां दागीं। छात्रों ने थाना मेडिकल एसओ को भी फोन किया, लेकिन कोई फोन रिसीव नहीं हुआ। सुबह तक भी पुलिस इस मामले को झुठलाती रही।

चल रही थी पार्टी
यूनिवर्सिटी में न्यू ब्वॉयज हॉस्टल के कमरा नंबर सत्तर में बीटेक के छात्र विजय रत्नम और महेश पांडे रहते हैं। इस कमरे में शनिवार की रात में करीब डेढ़ बजे बीटेक के स्टूडेंट बुद्धप्रिय, देव वृत्त प्रताप सिंह, वरुण पांडे, विजय रत्नम, महेश पांडे, विवेक व सतेंद्र मिलकर डेक बजाकर सेलीब्रेट कर रहे थे। हॉस्टल के छात्रों के अनुसार डेक की आवाज से पूरा हॉस्टल गूंज रहा था। कमरे में जमकर उधम मच रहा था। शराब पी जा रही थी। प्लेट और बोतल तोड़ी जा रही थीं। कमरे में रखे बेड को कूद-कूदकर तोड़ डाला था।

मना करने पर पंगा
रात में करीब दो बजे जब ये लोग नहीं माने तो कमरा नंबर 83 में रहने वाले एमएससी एजी के छात्र आनंद व सोनू नागर और एक सीनियर छात्र सौरभ इनके पास पहुंचे। उधम उतार रहे इन युवकों से डेक बंद करने को कहा। कहा कि उनके पेपर चल रहे हैं और वे तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही है। इस बात पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई। लेकिन मामला शांत हो गया। कमरा नंबर 83 के छात्र अपने कमरे में जाकर सो गए। भोर में करीब चार बजे बीटेक के ये स्टूडेंट फिर 83 नंबर कमरे के बाहर पहुंचे और गाली गलौच शुरू कर दी।

दाग दी गोलियां
गालियां दे रहे इन छात्रों ने गोलियां दागनी शुरू कर दीं। 83 नंबर में रहने वाले छात्र डर के मारे बाहर नहीं निकले। करीब आधा दर्जन गोलियां कमरे के गेट पर दागी गईं। साथ ही कई गोलियां गेट के ऊपर से भी दागी गईं। लेकिन शुक्र रहा कि गोली किसी को नहीं लगी। एक गोली गेट से आर-पार भी हो गई। काफी देर तक शराब के नशे में ये युवक हंगामा काटते रहे। इस बीच कमरे के अंदर से ही सोनू, आनंद और सौरभ ने पुलिस को फोन किया। लेकिन पुलिस ने फोन नहीं उठाया। फिर इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को फोन पर घटना की जानकारी दी।

मौके पर अधिकारी
सुबह के समय यूनिवर्सिटी प्रशासन के अधिकारी चीफ वार्डन, प्रेस प्रवक्ता, चीफ प्रोक्टर आदि हॉस्टल में पहुंचे। कमरा नंबर 70 पर ताला लगा हुआ मिला। इस कमरे को सील करने के बाद लौट गए। इन लोगों ने भी पुलिस को सूचना नहीं दी। प्रभारी एसओ थाना मेडिकल जानकारी के बाद भी हॉस्टल में नहीं पहुंचे। एसओ ने अपने अधिकारियों को भी सूचना नहीं दी। मीडिया ने सीओ सिविल लाइन को फोन करके इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद पहुंची पुलिस ने हॉस्टल के कमरा नंबर 70 का ताला तोडक़र उसमें चेकिंग की। जहां दारू की बोतलें, नमकीन के पाउच और कई अन्य चीजें पड़ी मिलीं।

बुलेट और खोखे मिले
पुलिस को मौके से तीन खोखे और बुलेट मिले। जिनमें तीन बुलेट दरवाजे में ही फंसी हुई थीं। एक बुलेट दरवाजे से आर-पार हो गई थी। करीब आधा दर्जन गोलियां इन युवकों ने दागी थीं। ये गोलियां नाइन एमएम पिस्टल की बताई जा रही हैं। आरोपी छात्रों में देव वृत्त प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी से रेस्टीकेटेड है। 83 कमरे में रहने वाले सोनू नागर और आनंद की ओर से थाना मेडिकल में विजय रत्नम व महेश पांडे सहित अन्य के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा कायम कराया है।

इस मामले की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को थी, लेकिन हमें नहीं बताया गया। दूसरों से मिली जानकारी के बाद हम लोग पहुंचे। मौके से तीन बुलेट और खोखे बरामद किए गए हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
 - राहुल मिठास, सीओ सिविल लाइन