- अय्यूब गोलीकांड में दोषियों को 10-10 साल की सजा होने पर हुआ विवाद

- सजा के बाद दोषी पक्ष ने वादी के अधिवक्ता को दी थी जान से मारने की धमकी

Meerut : दो साल पहले कोतवाली के तोपचीवाड़ा मेंअय्यूब गोलीकांड में फैसला आने पर मोहल्ले में दोषी और वादी पक्ष के लोग भिड़ गए। पीडि़त पक्ष का आरोप है कि दोषियों के परिजनों ने उनके घर के सामने फाय¨रग कर दी। पुलिस ने डंडा फटकार कर दोनों पक्षों के लोगों को शांत किया। साथ ही मोहल्ले में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। सजा सुनाने के बाद से ही दोषी पक्ष के लोगों ने वादी के अधिवक्ता को जान से मारने की धमकी दी थी।

पेट में मार दी थी गोली

27 दिसंबर 2013 को कोतवाली थाने के पीछे अय्यूब के पेट में गोली मार दी गई थी। अय्यूब की ओर से शादाब, अनस लंगड़ा और सरफराज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया। कोतवाली पुलिस ने मामले में चार्जशीट लगा दी थी, जिस पर स्पेशल जज ईसी एक्ट के न्यायाल में सुनवाई हुई। यहां पर सरकारी अधिवक्ता सुखवीर यादव और वादी के वकील परवेज आलम व केके पाहवा सहित करीब दस गवाहों के बयान दर्ज किए गए। इनके आधार पर शादाब, अनस लगड़ा और सरफराज को जानलेवा हमले का दोषी मानते हुए दस-दस साल की सजा सुनाई गई। सजा होने के बाद दोषियों ने वादी के अधिवक्ता परवेज आलम को जान से मारने की धमकी दे डाली। जिस पर परवेज ने सिविल लाइन थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।

सड़क पर उतरे लोग

बुधवार को तोपचीवाड़ा में दोनों पक्षों के लोग फिर आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से कहासुनी और लाठी-डंडे लेकर लोग सड़कों पर आ गए। फिर एक पक्ष ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया। तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इंस्पेक्टर अजय अग्रवाल का कहना है कि दोषी पक्ष के लोग सजा होने के बाद कहासुनी कर रहे हैं, जिसके तहत मोहल्ले में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दोनों पक्षों के लिए मुचलका पाबंद की कार्रवाई की जा रही है।