- पूर्व मंत्री के भतीजे समेत तीन के खिलाफ एफआईआर

ALLAHABAD: मुट्ठीगंज में इंटरलॉकिंग ब्रिक्स लगाने के विवाद में शुक्रवार को कांट्रेक्टर नमनजोत सिंह पर हमला बोल दिया गया। लाठी डंडों से पीटने के बाद नमन पर फायरिंग भी की गई। फायरिंग में नमन बाल-बाल बच गए। खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और तीन खोखे बरामद किए। पुलिस ने नमन की तहरीर पर पूर्व मंत्री के भतीजे बताए जाने वाले धु्रव त्रिपाठी समेत तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। धु्रव का एक रिश्तेदार ब्लाक प्रमुख बताया जा रहा है।

मीरापुर के रहने वाले हैं कांट्रेक्टर

नमनजोत उर्फ रॉयल नगर निगम में ठेकेदारी करते हैं व मीरापुर के रहने वाले हैं। उनको मुट्ठीगंज के सत्तीचौरा में इंटरलॉकिंग ब्रिक्स लगाने का ठेका मिला है। शुक्रवार को वह काम में जुटे थे तभी नगर निगम के कांट्रेक्टर बलराम मिश्र के साथ रहने वाला आसिफ मौके पर पहुंच गया। आसिफ व नमन में काम को लेकर कुछ बहस हुई। आरोप है कि आसिफ काम रुकवाना चाहता था। बहस के बाद आसिफ वहां से चला गया। कुछ ही देर में वह धु्रव त्रिपाठी, दीपक यादव समेत दर्जन भर लोगों के साथ फिर से लौटा। आरोप है कि धु्रव ने आते ही नमन को पीटने का फरमान सुना दिया। तमंचे व पिस्टल लेकर आए लोग उस पर टूट पड़े। उनको जमीन पर गिराकर लात घूसों से पीटा जाने लगा।

रोकने पर हुई फायरिंग

नमन के साथ आए मजदूर व मिस्त्री उनकी पिटाई देखकर सहम गए। उन्होंने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। दहशत के मारे सभी भाग खड़े हुए। नमन जोत गोली लगने से बच गया तो उसका सिर तमंचे की बट से फोड़ दिया गया। मौके पर इंस्पेक्टर मुट्ठीगंज सत्यपाल सिंह ने जांच की तो वहां से 32 बोर के तीन खोखे मिले। इंस्पेक्टर का कहना है कि ठेकेदार पर हमला करने वाले बलराम मिश्रा के गुर्गे हैं। कांट्रेक्टर ने मीरापुर के दीपक यादव, कटघर के धु्रव व बलुआघाट के आसिफ को नामजद किया है। तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने तलाश में दबिश भी डाली है।