RANCHI : एयरपोर्ट के रिटायर्ड ऑफिसर महादेव बेरा का पीपी कंपाउंड स्थित मकान न सिर्फ सोलर लाइट से जगमगा रहा है, बल्कि वे बची हुई बिजली बेचकर कमाई भी कर रहे हैं। उन्होंने अपने मकान में पांच किलोवाट का ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाया है। यह झारखंड का पहला ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉफ सोलर पावर प्लांट है, जिससे 15 अगस्त से ही प्रोडक्शन चालू है। इसके लिए उन्हें ज्रेडा से 50 परसेंट की सब्सिडी दी गई है।

बिजली बोर्ड को देते हैं बिजली

देवनाथ बेरा ने बताया कि यूएस से आने के बाद उन्होंने पीपी कंपाउंड स्थित मकान में सोलर पावर सिस्टम लगाने का फैसला किया। इसके लिए ज्रेडा से पूरा सहयोग मिला। साथ ही, रांची पार्टनर्स मैनेजमेंट कंसल्टेंट के द्वारा मकान में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉफ सोलर सिस्टम लगाया गया। उन्होंने बताया कि इससे न सिर्फ बिजली बिल में बचत हो रही है, बल्कि घर में इस्तेमाल होने के बाद जो बिजली बचती है उसे बिजली बोर्ड को देते हैं, जिससे कमाई भी हो रही है।

22 एजेंसीज के जिम्मे

ज्रेडा ने ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए 22 एजेंसीज का चयन किया है। डायरेक्टर निरंजन कुमार ने बताया कि इन्हीं में से किसी एजेंसी के जरिए मकानों में सोलर पावर प्लांट लगाया जा सकता है। इसके लिए एजेंसी को आधा पेमेंट करना होगा, बाकि सब्सिडी ज्रेडा देगी। उन्होंने बताया कि सोलर पैनल की उम्र 25 साल की होती है, मेंटेनेंस पर कोई खर्च नहीं आता। सिर्फ पांच साल में एक बार बैटरी बदलनी पड़ती है। इसमे से पांच साल तक देखरेख एजेंसी द्वारा किया जाएगा जिस एजेंसी से पैनल खरीदेंगे।

एक किलोवाट के सोलर पावर पर 70 हजार खर्च

मकान में सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए ज्रेडा 50 परसेंट तक सब्सिडी दे रही है। एक किलोवाट क सोलर पावर प्लांट लगाने का खर्च लगभग 70 हजार रुपए आता है, लेकिन 50 परसेंट राशि यानी 35 हजार रुपए ज्रेडा वहन करती है। ऐसे में 35 हजार रुपए खर्च कर आप अपने मकान को सोलर पावर से रौशन कर सकते हैं। एक किलोवाट क्षमता के रूफ टॉप सिस्टम से हर दिन अवरेज 4 से 5 यूनिट बिजली उत्पादन संभव है। इतना ही नहीं, प्रत्येक रूफ टॉप सिस्टम का 5 वर्ष तक रख -रखाव भी ज्रेडा करेगी।

पांच किलोवाट तक का लगा सकते हैं प्लांट

ज्रेडा के डायरेक्टर निरंजन कुमार ने बताया कि एक हाउस होल्ड को उसके घर में जितने बिजली की खपत होती है, उतने किलोवाट का ही सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। फिलहाल एक डोमेस्टिक हाउस होल्ड के लिए पांच किलोवाट का प्लांट लगाया जा जा सकता है, जिसके लिए सरकार 50 प्रतिशत सब्सिडी देगी। इसके अलावे कॉर्मशियल यूज करने वाले लोगों के लिए इस बाबत कोई लिमिटेशन नही है, लेकिन उन्हें दस प्रतिशत तक ही सब्सिडी दी जाएगी।

बिजली बेचकर कर सकते हैं कमाई

अपने मकान में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाकर न सिर्फ आप अपने घर का बिजली बिल बचा सकते हैं, बल्कि इस्तेमाल के बाद बची बिजली को बेचकर कमाई भी कर सकते हैं। ज्रेडा के मुताबिक, घर में जरूरत के बाद जो बिजली बचती है, उसे ग्रिड को ट्रांसफर कर दें। इसके बाद सरकार द्वारा रेट के हिसाब से आपको भुगतान किया जाएगा। गौरतलब है कि पांच किलोवाट क्षमता का ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पावर प्लांट से हर दिन करीब 25 यूनिट बिजली का प्रोडक्शन हो सकता है। अगर आप घर पर नहीं मौजूद हैं तो यह बिजली बर्बाद नहीं होगी। इसे बेचकर आप कमाई कर सकते हैं।