GORAKHPUR : हाथों में बेल पत्र, लोटे में दूध और आंखों में आस्था की चमक। सावन क पहले सोमवर को हर शिवालय का नजारा कुछ ऐसा ही रहा। चारों तरफ हर-हर महादेव, बम भोले के जयकारे गूंज रहे थे। एक तरफ महादेव झारखंडी में सुबह से ही शिव भक्तों का तांता लगा रहा। सावन के पहले सोमवार को शिव भक्तों ने भोलेनाथ को बेलपत्र, दूध, भांग, धतूरा और पुष्प अर्पित किए। 16 सोमवार व्रत रखने वाली महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर तपस्या शुरू कर दी है। महादेव झारंखडी मंदिर में पूजा के लिए आई सुनैना, पूर्णिमा और कंचन बताती हैं कि वे हर साल सावन में सोमवार के दिन विशेष रूप से पूजा-अर्चना करती हैं। उनका मानना है कि भगवान शिव की आराधना से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। ब्रह्मपुर स्थित बाबा निम्बेश्वरनाथ धाम में सावन के पहले सोमवार को मां वैष्णो देवी सेवा संस्थान, नई बाजार की तरफ से सावन महोत्सव-2015 की शुरूआत की गई है। सावन महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक राम सुरेश विद्यार्थी (जिला पंचायत) ने गौ पूजन, श्री रामायण पूजन व भगवान शिव का पूजन कर इस महोत्सव की शुरूआत की। प्रबंध सचिव सर्वेश कुमार दुबे ने बताया कि सावन माह के प्रत्येक सोमवार को मंदिर में कथा वाचक पं। आनंद भारद्वाज समेत कई पंडितों द्वारा शिव विवाह पर कथा सुनाई जाएगी। इस मौके पर डॉ। सुरेश द्विवेदी, उमेश द्विवेदी, जयनारायण, राकेश वर्मा, मनीष द्विवेदी, नागेंद्र द्विवेदी, योगेंद्र द्विवेदी, जगरन्नाथ द्विवेदी, श्रवण जायसवाल व रमाशंकर आदि उपस्थित रहे।