स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत शहर के बाजारों में बने नए यूरिनल

प्रमुख बाजारों मे 22 स्थानों पर बने यूरिनल और शौचालय

Meerut । स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में सफलता की कवायद में जुटे निगम को शहर ओडीएफ घोषित होने के बाद अब बाजारों में शौचालयों की याद आई है। शहर को खुले में शौच मुक्त करने के लिए भले ही मलिन बस्तियों में शौचालयों का निर्माण ना हो सका हो लेकिन निगम शहर के बाजारो में यूरिनल और शौचालय बनाकर इस योजना में अपने दावे के सबूत दिखाने में जुट गया है।

गत सप्ताह घोषित ओडीएफ

गत सप्ताह क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने शहर में आकर ओडीएफ के लिए बाजारों से लेकर सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण किया था। लेकिन तब टीम को बाजारों में यूरिनल व शौचालय नही दिखे थे। इसके बाद भी मेरठ नगर निगम को ओडीएफ घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही निगम प्रदेश के 17 नगर निगमों में 14वें स्थान पर आ गया और निगम को 100 अंकों का लाभ भी मिल गया।

बनेंगे यूरिनल और शौचालय

इस योजना के तहत निगम शहर के अधिकतर सभी बाजारों में जनता की सुविधा के लिए 22 स्थानों पर यूरिनल और शौचायल बना रहा है। बाजारों में लोगो की क्षमता से हिसाब से कम से कम एक व अधिक से अधिक दो यूरिनल बनाए जा रहे हैं।

शौचालय के माध्यम से प्रचार

निगम द्वारा गत सप्ताह शुरु की शौचालय व यूरिनल बनाने की कवायद के चलते भले ही अभी शौचालय बनाने शुरु तक नही हुए हैं लेकिन निगम ने इस शौचालय के बहाने स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आने के लिए विज्ञापन व प्रचार शुरु कर दिया है। इस शौचालय पर लगे विज्ञापन पट पर बकायदा शौचालय बनाने वाले ठेकेदार से लेकर वार्ड पार्षद तक का नाम व फोटो तक लगाया गया है।

स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत यूरिनल का निर्माण बाजारों में कराया जा रहा है। ताकि लोगों को बाजारों में शौचालय के लिए परेशान ना होना पडे। 22 स्थान पर निर्माण किया जा रहा है।

- अमित कुमार, अपर नगरायुक्त