पहली जुलाई से नहीं अब सीबीएसई की तर्ज पर पहली अप्रैल से नया सत्र शुरू करने की तैयारी में जुटे माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड को हाईस्कूल व इंटर परीक्षा को लेकर कई सख्त फैसले करने पड़े हैं। यह पहला मौका होगा जबकि बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में होंगी और प्रेक्टिकल परीक्षा दिसंबर में। बोर्ड परीक्षा के दौरान ही मूल्यांकन शुरू कराना पड़ रहा है यानि परीक्षा के आसमान पर नये सत्र का सूरज उगाने की मशक्कत में जुटा है बोर्ड।

शासन के फैसले के मुताबिक अब कालेजों का नया सत्र पहली अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए यूपी बोर्ड को करीब म्भ् लाख छात्र-छात्राओं की परीक्षा बिना पाठ्यक्रम पूरा कराए फरवरी में करानी पड़ रही है, जबकि पहले यह परीक्षा मार्च में होती रही है। उधर हमेशा फरवरी के दूसरे सप्ताह में होने वाली इंटरमीडिएट की प्रेक्टिकल परीक्षाएं अगले ही माह के पहले सप्ताह से ही शुरू करानी होगी। परीक्षाफल जल्दी देने के लिए बोर्ड ने परीक्षा के दौरान ही मूल्यांकन शुरू कराने का फैसला किया है। जाहिर है कि इस बार परीक्षार्थियों को पूरा कोर्स पढ़े बिना ही परीक्षा देनी होगी।

परीक्षा कार्यक्रम घोषित

यूपी बोर्ड ने ख्0क्भ् की परीक्षा का विस्तृत परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। परीक्षाएं दो पालियों में प्रात: 7: फ्0 से क्0:ब्भ् बजे तथा दोपहर ख् से भ्:क्भ् बजे तक होंगी।

यह है परीक्षा कार्यक्रम

- हाई स्कूल परीक्षा क्9 फरवरी से

परीक्षाएं चलेंगी क्क् मार्च तक

- इंटरमीडिएट परीक्षा क्9 फरवरी से

परीक्षाएं चलेंगी ख्फ् मार्च तक

परीक्षा के कुल दिन ख्भ्

कुल परीक्षार्थी म्ब्,ख्फ्,क्98

केंद्र बनाए गए क्क्, 000

परीक्षा में लगेंगे दो लाख परीक्षक

प्रेक्टिकल परीक्षाएं ख्भ् दिसंबर से

जल्दी मूल्यांकन की तैयारी

बोर्ड को परीक्षा कराने के साथ समय से परिणाम घोषित करने की बड़ी चुनौती है। परीक्षा पुस्तिकाओं के केंद्रीय मूल्यांकन में कम से कम ख्क् दिन लगते हैं। बोर्ड को परिणाम मई के दूसरे सप्ताह में घोषित करने हैं। ऐसी स्थिति में बोर्ड ने परीक्षा के दौरान ही हाईस्कूल का मूल्यांकन क्भ् मार्च कराने का प्रस्ताव रखा है। मालूम हो कि बोर्ड की परीक्षाएं ख्फ् मार्च को खत्म होंगी। उधर इंटर का मूल्यांकन परीक्षा खत्म होने के तीसरे दिन यानि ख्भ् मार्च से शुरू कराने की तैयारी है।

'पहली अप्रैल से नया सत्र शुरू करने के लिए बोर्ड परीक्षा का अधिकतम काम फ्क् मार्च तक पूरा कर लेना है इसलिए इस बार लिखित व प्रेक्टिकल परीक्षाएं जल्दी कराई जा रही हैं। परिणाम भी जल्दी घोषित होंगे.'

प्रभा त्रिपाठी, सचिव, यूपी बोर्ड