ये है अमेरिकन डॉलर
1 डॉलर - भारत के लगभग 63 रुपये (2015)
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में चलन में आने वाली आधिकारिक मुद्रा को अमेरिकन डॉलर का नाम दिया गया है। अब इसके वजन को समझें। जैसे भारत में 1 रुपये का 100 पैसे होता है। वैसे ही अमेरिका में एक डॉलर का 100 सेंट होता है। अब ये तो साफ है कि 50 सेंट के सिक्कों को आधा डॉलर बोलेंगे। वहीं 25 सेंट के सिक्के क्वार्टर कहलाए जाएंगे। इससे नीचे आएंगे तो 10 सेंट के सिक्कों को अमेरिका में डाइम कहते हैं। वहीं पांच सेंट के सिक्कों को निकल कहकर बुलाते हैं। इसके अलावा एक सेंट को पैनी कहते हैं। अमेरिका में नोट में डॉलर के 1, 5, 10, 20, 50 और 100 डॉलर में मिलते हैं।

यूरोपियन संघ की मुद्रा यूरो
1 यूरो - भारत के लगभग 71 रुपये (2015)
बताया जाता है कि इस करंसी को यूरो का नाम 16 दिसंबर 1995 में दिया गया। इसके अलावा जानकारी के अनुसार यूरो मुद्रा का यूरोपियन संघ के 28 में से 18 सदस्य देशों में चलन है। वह देश जिनमें यूरो का चलन है, उन देशों को सामूहिक रूप से यूरोजोन कहा जाता है। इन 18 देशों में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, साइप्रस, इस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, आयरलैंड, इटली, लग्जम्बर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, लातविया, स्लोवाकिया और स्पेन (2014 के अनुसार) शामिल हैं। वहीं इन देशों के अलावा अन्य पांच यूरोपियन देश भी ऐसे हैं, जहां करंसी के रूप में यूरो का ही इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिकन डॉलर के बाद दुनियाभर में सबसे ज्यादा व्यापार इसी करंसी से किया जाता है।

जापान की मुद्रा येन
10 येन - भारत के 5 रुपये (2015)
जापान में चलन में आने वाली करंसी को येन कहकर बुलाते हैं। जापानी भाषा में येन का मतलब गोल होता है। फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में डॉलर और यूरो के बाद सबसे ज्यादा ट्रेड इसी करंसी से किया जाता है। कुल मिलाकर ये सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली तीसरी मुद्रा है। वहीं इसका भी रिजर्व करंसी के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर आप जापान जाएंगे तो आपको भी वहां येन में ही सारे लेनदेन करने होंगे, लेकिन अन्य विदेशों की तुलना में येन में भारत की मुद्रा बढे़गी नहीं, बल्कि घटती है।  

ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड
1 ब्रिटिश पाउंड - भारत के लगभग 100 रुपये (2015)
ब्रिटेन में चलन में आने वाली मुद्रा को पाउंड कहते हैं। बताया जाता है कि इसका नाम चांदी के भार की कीमत के आधार पर रखा गया है। इसे लेटिन शब्द लिब्रा का अंग्रेजी अनुवाद कहा जाता है। एक पाउंड में 100 पेंसे (पेनी) होते हैं। अब बात करें इस मुद्रा के चलन की, तो इसका चलन यूनाइटेड किंगडम (पाउंड स्टरलिंग), इजिप्ट (इजिप्शियन पाउंड), लेबनान (लेबनीज पाउंड), साउथ सुडान (साउथ सुडानीज पाउंड), सुडान (सुडानीज पाउंड) और सीरिया (सीरिया पाउंड) में है। एक्सचेंज मार्केट पर गौर करें तो डॉलर, यूरो और येन के बाद इसको अगली सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली करंसी के रूप में देखा गया है।

चीन की मुद्रा युआन
1 युआन - 10 रुपये (2015)
चीन में आधिकारिक रूप से चलन में आने वाली करंसी को युआन कहते हैं। वो बात और है कि हांग-कांग और माकाओ में इसका चलन नहीं है। युआन को लेकर बड़ी बात ये है कि इसके बैंक नोट एक युआन से लेकर 100 युआन तक है। वहीं बात करें हांग-कांग की तो वहां मुद्रा के रुप में डॉलर का इस्तेमाल किया जाता है।

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