- पौने पांच घंटे की देरी से पहुंची संगम एक्सप्रेस

-यात्रियों के चेहरे पर साफ नजर आई दहशत

Meerut : इटावा के पास सोमवार देर रात लूटपाट की शिकार हुई संगम एक्सप्रेस जब मंगलवार को मेरठ पहुंची तो यात्रियों के चेहरे पर भय और आतंक के भाव पसरे हुए थे। घटना को ग्यारह घंटे बीत जाने के बाद लोग दहशत में थे। सिटी स्टेशन पर साढ़े चार घंटे की देरी से संगम एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर ब् पर पहुंची। पूछने पर उन्होंने खौफनाक दास्तां को बताया।

परिजन पहुंचे स्टेशन

संगम एक्सप्रेस सोमवार को कानपुर से चलने के बाद इटावा के पास ट्रेन को बदमाशों ने घेर लिया था और जमकर लूटपाट की थी। मंगलवार सुबह सिटी स्टेशन पर जब संगम एक्सप्रेस के पहुंचने की घोषणा हुई तो लोग प्लेटफार्म की और दौड़ पड़े। जब ट्रेन आई तो अपने परिजन, रिश्तेदारों को लेने आए लोग गले से लिपट गए।

बाथरूम में छिपकर बचाई जान

कोच बी-क् में यात्रा करने वाले भूपेंद्र सिंह ने कहा कि रात क्ख्.ब्0 बजे के करीब इटावा के पास भर्तरा में ट्रेन रुकी। बदमाशों ने कोचों में धावा बोल दिया तो कई यात्री टायलेट में जा छिपे। उन्होंने बताया बदमाश पीछे वाले कोच में लूटपाट कर रहे थे। चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं। कई बार गोली चलने की भी आवाज सुनी।

महिलाओं को जमकर पीटा

वृद्ध महिला जायदा ने बताया कि बदमाशों ने बोगी में पूरा आतंक मचाया। औरतों उनका सीधा निशाना बनाया। सोती हुई औरतों को खींचना शुरू कर दिया। गहने-जेवर झपटने लगे, मना करने पर मारपीट की। कई महिलाओं तो घायल भी हुई। सायरा ने बताया कि घने जंगल में ट्रेन खड़ी रही, लोगों ने फोन से पुलिस आदि को सूचना दी, मगर कोई नहीं पहुंचा।

जान बचाने को भागे यात्री

सहारनपुर निवासी ऊषा ने बताया कि जंगल में ट्रेन चेन पुलिंग कर बदमाशों ने रोक दी। गोलियां चलने पर कई यात्री ट्रेन में सामान छोड़कर अपनी जान बचाने को भागने लगे। बदमाशों ने कोच में घुसते ही मारपीट शुरू कर दी। किसी को नहीं बख्शा। जिसके पास जो मिला, वह समेट लिया।