-योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर छापेमारी

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क्कन्ञ्जहृन्: बिहार में औचक निरीक्षण का रिकॉर्ड बनाते हुए नौ अगस्त को बिहार के 5200 क्षेत्रीय अधिकारियों ने एक दिन में 36,397 स्थानों का निरीक्षण किया। सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर औचक निरीक्षण के संबंध में मुख्य सचिव के स्तर पर हिदायत दी गई थी। क्षेत्रीय अधिकारियों को सुबह निरीक्षण के लिए कहां जाना है इसकी जानकारी निरीक्षण के एक दिन पहले रात आठ बजे दी गई थी। क्षेत्रीय अधिकारियों ने अपना प्रतिवेदन सौंप दिया है।

इन विभागों पर निरीक्षण

समाज कल्याण विभाग के 366 क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने 728 आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के 712 क्षेत्रीय अधिकारियों ने 977 जनवितरण प्रणाली दुकानों का वहीं अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के 37 क्षेत्रीय अधिकारियों ने 37 छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया। ग्रामीण विकास विभाग के 3818 अफसरों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन 34180 आवासों का, शिक्षा विभाग के 407 क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने 407 प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य विभाग के 67 अफसरों ने 67 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी योजनाओं की जमीनी हकीकत की जानकारी ली।

छापेमारी का उद्देश्य

इस विशेष औचक निरीक्षण के उद्देश्य के संबंध में बताया गया कि इसके माध्यम से यह देखा जाना है कि विकास से जुड़ी योजनाओं का लाभ लक्षित समूहों को मिल रहा है या नहीं। स्थानीय लोगों से निरीक्षण के दौरान फीडबैक भी लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इस कार्रवाई से संबंधित विभागों के कर्मियों में हड़कंप है।