RANCHI: पांच हजार युवाओं को रोजगार के लिए राज्य सरकार दो-दो लाख रुपए का अनुदान देगी। ये बातें राज्य की कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहीं। सरकार के एक साल को लेकर वह सूचना भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अपने विभाग की उपलब्धियां गिना रही थीं। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति ग्राम विकास योजना के तहत चयनित एक हजार गांवों में से हर गांव के पांच शिक्षित युवाओं को रोजगार करने के लिए सरकार दो-दो लाख रुपए का अनुदान देगी। साथ ही इतने ही गांव में चयनित एसएचजी ग्रुप को भी रोजगार के लिए एक लाख रुपए अनुदान के रूप में मिलेंगे। प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री ने सरकार की भावी योजनाओं की भी जानकारी दीं। मौके पर कल्याण विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का, समाज कल्याण सचिव विनय कुमार चौबे व निदेशक रविंद्र प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।

भ् नए ग्रामीण अस्पताल बने

कल्याण विभाग द्वारा ग्रामीण इलाकों मे संचालित नौ अस्पतालों के अलावा पांच नए अस्पताल भी बन कर तैयार हैं। एक महीने में इन अस्पतालों को चलाने के लिए एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा पहले से ही नौ अस्पताल चलाए जा रहे हैं। ये अस्पताल लातेहार, सिमडेगा, चाईबासा, गुमला, चक्रधरपुर में बन गए हैं।

एनीमिया जांच को ख् करोड़

झारखंड में इन दिनों सिकल सेल एनीमिया नामक बीमारी जोर-शोर से बढ़ रही है। ऐसे में आवासीय विद्यालयों में अनुसूचित जनजाति के छात्रों में सिकल सेल एनीमिया की जांच करने और उससे बचाव करने के लिए दो करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

सरना, मसना स्थल की होगी बाउंड्री

अनुसूचित जनजाति के धार्मिक स्थल सरना व मसना को अतिक्रमण से बचाने के लिए सरकार उनकी बाउंड्री करेगी। इसके लिए सरकार डेढ़ करोड रुपए खर्च करेगी।

इलाज को तुरंत फ्000

अनुसुचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ी जाति समुदाय के लोगों को मुफ्त में चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी। इसके जिला स्तर पर कल्याण पदाधिकारी द्वारा फ्000 या डीसी द्वारा क्0 हजार रुपए कैश सहायता दी जाएगी।

स्कूल बैग, स्वेटर, जूता मुफ्त में

मंत्री ने कहा कि आवासीय विद्यालयों में क्लास एक से दसवीं तक के छात्रों को मुफ्त में स्कूल बैग, स्वेटर व जूता उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए करीब एक करोड़ छात्रों का चयन राज्य भर में किया गया है।

लड़कियों को स्किल ट्रेनिंग

राज्य में क्क् साल से ख्ब् साल की लड़कियों को स्किल ट्रेनिंग देने के लिए तेजस्विनी योजना शुरू की जा रही है। इस योजना पर सरकार पांच साल में भ्ब्0 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके लिए राज्य के क्7 जिलों सेलेक्शन किया गया है।

बन रहे म् हजार आंगनबाड़ी केंद्र

अभी भी झारखंड में क्9,ब्97 आंगनबाड़ी केंद्र भाड़े पर चल रहे हैं। राज्य में फ्8,ब्फ्ख् आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें से क्8,9फ्भ् आंगनबाड़ी केंद्रों का ही अपना भवन है। जबकि भ्8म्ब् आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य जारी है।