-रायफल, नाइन एमएम समेत 7.65 के छह आ‌र्म्स बरामद, पिस्टल का दस मैग्जीन भी मिला

न्क्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: भोजपुर पुलिस ने आ‌र्म्स तस्कर गिरोह के पांच मेंबर्स को अरेस्ट किया है। पकड़े गए तस्करों के पास से एक रायफल समेत छह हथियार के अलावा एक लाख चालीस हजार रुपए कैश भी जब्त किए गए। साथ ही पिस्टल का दस मैग्जीन भी मिला है। इसकी जानकारी एसपी अवकाश कुमार ने रविवार को पे्रस कांफ्रेस कर दी। उन्होंने बताया कि पकड़े आ‌र्म्स तस्करों का कनेक्शन पेशेवर अपराधियों से भी जुड़ा है। पकड़े गए सदस्यों में दो सगे भाई भी है। इस मामले में आरा नवादा थाना के पीर बाबा रोड निवासी विद्यानंद मिश्र के पुत्र अभिजित उर्फ हॉबी, आकाश कुमार, बड़हरा के नथमलपुर निवासी स्व। भगवान सिंह के पुत्र दीपक सिंह, कृष्णागढ़ थाना के सरैयां निवासी स्व। प्रेम सिंह के पुत्र विकास कुमार,नवादा थाना के हाउ¨सग कॉलोनी निवासी पवन तिवारी के पुत्र सागर तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।

मिली थी डील होने की सूचना

एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पीर बाबा रोड निवासी अभिजित उर्फ हॉबी एवं उसका भाई आकाश आ‌र्म्स तस्करी के धंधे में संलिप्त है। इस दौरान यह जानकारी मिली की रमना मैदान के पास हथियारों की डील होने वाली है। जिसके बाद एएसपी ऑपरेशन नितिन कुमार एवं सदर एसडीपीओ संजय कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इसके बाद छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने पीछा कर अभिजित उर्फ हॉबी, अकाश, सागर,विकास, दीपक को धर दबोचा गया। इस दौरान नाइन एमएम का दो पिस्तौल, 7.65 एमएम का दो पिस्तौल, एक देसी कट्टा के अलावा दस मैग्जीन, एवं 26 गोली बरामद किया गया।

ग्राहक बनकर पहुंची थी पुलिस

ज्ञात हो कि अजिमाबाद, पवना एवं गड़हनी में 18 अवैध हथियारों के साथ दस अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था। क्लू के आधार पर पहले पुलिस रेकी करने के लिए ग्राहक बनकर गोली खरीदने गई थी। गोली भी खरीदा था।

25 से 50 हजार रुपए बेचे जाते थे आ‌र्म्स

एसपी अवकाश कुमार के अनुसार जैसा हथियार वैसे दाम के आधार पर अवैध आग्नेयास्त्रों को बेचा जाता था। 7.65 के पिस्टल पच्चीस से तीस हजार रुपए व नाइन एमएम का पिस्टल पचास से साठ हजार रुपए में बेचा जाता था। बरामद रायफल रेगुलर है। लेकिन, कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया है। पुलिस के अनुसार बड़हरा थाना के नथमलपुर गांव निवासी दीपक का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वह आ‌र्म्स एक्ट के केस में पहले जेल जा चुका है। जेल से जमानत पर छूटने के बाद हथियार तस्करी के धंधे में संलिप्त हो गया था। दोनों मामले बड़हरा एवं कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र से जुड़ा है। पकड़े गए अन्य किसी और किसी सदस्य का आपराधिक इतिहास सामने नहीं आया है।