-पांच साल की गारंटी वाले मीटर की कई बार वसूली जा रही कीमत

-कंज्यूमर से वसूली कर कंपनी से बदले जा रहे खराब मीटर

Meerut। कंज्यूमर्स केयर की दुहाई देने वाले पीवीवीएनएल का एक चौंकाने वाले सच सामने आया है। पीवीवीएनएल के कर्मचारी कंज्यूमर्स से बिजली के उस मीटर की कई बार कोस्ट वसूल रहे हैं, जो विभाग द्वारा पांच साल की गांरटी के साथ खरीदा जा रहा है। विभाग के ये कर्मचारी जहां मनमाने तरीके से पब्लिक से अंधाधुंध वसूली कर रहे हैं, वहीं जानकारी के अभाव में कंज्यूमर्स खूब लुट फिट रहे हैं।

क्या है मामला

दरअसल, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की ओर से कंज्यूमर्स के घरों में जो बिजली के मीटर लगाए हैं, उनकों विभाग 3 से 5 साल की गारंटी के साथ खरीदता है। जबकि गारंटी पीरियड में खराब होने पर मीटर को बदलने की विभाग के पास सुविधा रहती है। जबकि कंज्यूमर्स को इस बात की जानकारी नहीं होती है। इस बात का फायदा उठाकर विभाग के कर्मचारी कंज्यूमर्स का खूब दोहन करते हैं।

वसूली जाती है डबल कोस्ट

नए कनेक्शन के साथ ही कंज्यूमर से मीटर की कॉस्ट जमा करा ली जाती है। चौंकाने वाली बात यह है कि यदि किसी कंज्यूमर के मीटर में कोई खराबी आ जाती है, तो कंपलेंट करने पर विभाग के कर्मचारी कंज्यूमर से मीटर बदलने की दोबारा कॉस्ट वसूल करते हैं। उधर, जानकारी के अभाव में कंज्यूमर बड़ी आसानी के साथ बिजली कर्मचारी को मीटर की डबल कॉस्ट जमा करा देता है।

गांरटी में बदले जाते हैं मीटर

कंज्यूमर्स के घरों से उतारे जाने वाले ये इलेक्ट्रिीसिटी मीटर विभाग के स्टोर में सुरक्षित रख लिए जाते हैं। जबकि गांरटी पीरियड के चलते इकठ्ठा होने पर इन मीटर्स को संबंधित कंपनी के साथ निशुल्क एक्सचेंज कर लिया जाता है। ऐसे में विभाग को इन खराब मीटर्स के बदले न केवल नए मीटर्स मिल जाते हैं, वहीं कंज्यूमर्स पर मीटर कॉस्ट की दोहरी मार पड़ जाती है।

ये है मीटर कोस्ट

-सिगल फेस - 980 रुपए

(एक किलोवाट से चार किलोवाट तक)

-थ्री फेस - 2950 रुपए

(पांच व पांच किलोवाट से ऊपर)

कनेक्शन चार्ज में मीटर कॉस्ट भी

सिंगल फेस कनेक्शन का कुल चार्ज 2255 रुपए है। इस चार्ज में कंज्यूमर से 980 रुपए बतौर मीटर कोस्ट वसूल किया जाता है, वहीं थ्री फेस कनेक्शन का चार्ज विभाग द्वारा 8606 रूपए रखा गया है, जिसमें से 2950 रुपए मीटर की कोस्ट ली जाती है। जबकि मीटर खराब होने पर कंज्यूमर से मीटर कोस्ट पुन: वसूली की जाती है।

दर्ज रहता है गारंटी पीरियड

यदि गौर से देंखे तो मीटर पर ही मीटर की गारंटी और उसका गारंटी पीरियड लिखा रहता है। सामान्य तौर पर कंज्यूमर मीटर पर लिखी गारंटी पर गौर नहीं करता, जबकि विभाग इसी बात का फायदा उठाकर उनका खूब दोहन करता है। ऐसे में लापरवाही और जानकारी के अभाव में पीवीवीएनएल कंज्यूमर्स की जेब पर डाका डालता रहता है।