आज से शारजाह से लिए नहीं उड़ेगा जहाज


केस-1
अब्दुल वाहिद की फैमिली कुछ दिनों पहले ही शारजाह से लौटी है। बनारस से फ्लाइट होने की वजह से उन्हें काफी सहूलियत रही। एयरपोर्ट पहुंचने के लिए काफी वक्त बर्बाद नहीं करना पड़ा। कुछ लोग छोडऩे और रिसीव करने भी गए थे।
केस-2
नदेसर के अबूलैस का सऊदी अरब में बिजनेस रिलेशन है। काम की वजह से अक्सर वहां आना-जाना पड़ता है। बनारस से फ्लाइट होने से काफी राहत रहती है। जब जरूरी होता है वह फ्लाइट में सवार होकर शारजाह पहुंच जाते हैं। लौटने में आसानी रहती है।

एक साल भी नहीं उड़ा जहाज

स्पाइस जेट के बाबतपुर से शारजाह की उड़ान सात मार्च 2013 में शुरू हुई थी। इसकी उड़ान सप्ताह में चार दिन थी। उड़ान को चालू हुए एक साल भी नहीं हुए कि 13 जनवरी 2014 से इसे बंद करने का फैसला स्पाइस जेट प्रबंधन ने लिया है। इसके पीछे ऑपरेशनल रीजन बताया जा रहा है। हवाई अड्डे से जुड़े लोगों की मानें तो इससे कम्पनी को नुकसान नजर नहीं आ रहा था। 180 सीट वाले जहाज के हर उड़ान में 110 से 120 पैसेंजर सफर कर रहे थे जबकि कम्पनी का कहना है कि उसे नुकसान हो रहा है।

ढेरों होंगे निराश

पूर्वांचल का एकमात्र इंटरनेशनल हवाई अड्डे बाबतपुर एयरपोर्ट से से थाईलैण्ड, काठमांडू, कोलम्बो, शारजाह की फ्लाइट है। बनारस, आजमगढ़, गोरखपुर, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र, मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर समेत बिहार के बड़े एरिया के पैसेंजर इससे सफर करते हैं। शारजाह की फ्लाइट बंद होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। 14 जनवरी से उन्हें लखनऊ या दिल्ली से फ्लाइट पकडऩी होगी। यहां पहुंचने के लिए वक्त के साथ रुपये बर्बाद करना पड़ेगा। भीड़-भाड़ होने की वजह से सीट मिलना भी श्योर नहीं है।

"
एक तरफ बाबतपुर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल बना रहे हैं, दूसरी तरफ इंटरनेशनल फ्लाइट बंद कर रहे हैं। शारजाह की फ्लाइट को तो किसी हालत में चालू रखना चाहिए।
अब्दुल वाहिद, नई सड़क


उड़ान बंद होने से शारजाह पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। रुपये अधिक खर्च करने पड़ेंगे। इसके बाद भी तय नहीं कि सही वक्त पर फ्लाइट में सीट मिलेगी या नहीं।
आफताब अहमद, बेनियाबाग


शारजाह की उड़ान बंद करना गलत है। इससे सफर करने वालों को अब परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्हें लखनऊ या दिल्ली से सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इश्तेहार खान, पाण्डेयपुर


अचानक से उड़ान बंद करना गलत है। अगर कोई प्रॉब्लम थी तो उसके दिनों में कमी की जा सकती थी। पैसेंजर्स की परेशानी को देखते हुए कोई न कोई और विकल्प देना चाहिए था।
डॉ। मजहर, नदेसर


स्पाइस जेट को उड़ान बंद नहीं करनी चाहिए। इससे बड़ी संख्या में पैसेंजर्स सफर कर रहे थे। कोई परेशानी थी तो सप्ताह में चार दिन के बजाय दो दिन उड़ान कर देनी चाहिए थी। इस बाबत स्पाइस जेट प्रबंधन से सम्पर्क किया जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि बनारस से उड़ान बंद न हो।
एसके मल्लिक, एयरपोर्ट डायरेक्टर

उड़ान को संचालित करने या बंद करने का निर्णय हेडक्वॉर्टर की ओर से लिया जाता है। बनारस से उड़ान बंद क्यों की जा रही है? इस बाबत भी सही जानकारी वहीं से मिल सकती है।
राजेश सिंह, स्थानीय प्रबंधक, स्पाइस जेट