- पूरी रात गुलजार रहा रूड़की रोड, दिखा मेले जैसा माहौल

- लाखों कांवडि़यों ने किया मेरठ की सीमा में प्रवेश

Meerut : शिवरात्रि से एक दिन पहले मेरठ में कांवडि़यों का हुजूम उमड़ पड़ा। अपने गंतव्य पर जल्द से जल्द पहुंचने के लिए गुरुवार को लाखों कांवडि़यों ने मेरठ की सीमा में प्रवेश किया। दिल्ली रोड से लेकर मोदीपुरम तक कांवडि़यों का मेला लगा रहा।

और पहुंचने वाले हैं हम

गुरुवार को ज्यादातर मेरठ और उसके आसपास के कांवडि़यों ने मेरठ की सीमा में प्रवेश कर लिया। सुबह से ही मोदीपुरम से लेकर बेगमपुल तक कांवडि़यों की भीड़ गुजरती दिखी। इस दौरान बच्चे, बूढे़, युवा और महिला सभी भोले की भक्ति में लीन होकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे थे।

दंडवत कांवड़ का भी रेला

गुरुवार को ऐसे कांवडि़ये भी दिखे जो एक तय सीमा से औघड़नाथ मंदिर तक दंडवत करके जा रहे थे। दंडवत कांवड़ में उनका सहयोग उनके परिवार के सदस्य करते दिखे।

और बस हार्न की आवाज

दस लाख से अधिक दो पहिया वाहन और भ् लाख से अधिक डाक कांवड़ जो बुधवार तक हरिद्वार में थे, उन्होंने भी गुरुवार सुबह से हरिद्वार से निकलना शुरू कर दिया था। जिसके बाद देर शाम मेरठ में उनका आगमन होता दिखा। तेज रफ्तार और डीजे के शोर के बीच दिल्ली, हरियाणा जाने वाली डाक कांवड़ों का हाइवे पर पूरा कब्जा दिखा। डाक कांवड़ों ने पैदल चल रहे कांवडि़यों को भी कई बार मुसीबत में डाला। वहीं दो पहिया वाहन भी फुल स्पीड में मेरठ की सीमा में वाहन दौड़ाते मिले।

रूड़की रोड पर जाम

बड़ी कांवड़ों और लाखों कांवडि़यों के पहुंचने से गांधी बाग से लेकर मोदीपुरम तक जाम की स्थिति बन गई। कांवडि़ये धीरे-धीरे अपने कदम बढ़ाते दिखे। वहीं कांवडि़यों को देखने के लिए भी भारी संख्या में आस पास की कॉलोनियों के लोग पहुंचें, जिससे यहां इस रोड पर मेले जैसी स्थिति हो गई।

सब कुछ फ्री

इस रोड पर लगने वाले शिविरों में कांवडि़यों के लिए डोसा, चीला, आइसक्रीम, चाट, पानी के बताशे, चाउमीन सब कुछ रहा, जिससे इन शिविरों में कांवडि़यों और लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

अच्छी कांवड़ पर शिल्ड

वहीं कई शिविर ऐसे भी दिखे जिन्होंने अपने यहां पर शिल्ड रखी हुई थी। शिविर संचालक ऐसे कांवडि़यों को शिल्ड देते दिखे, जिनकी कांवड़ काफी आकर्षक रही।