-48 घंटे बाद भी कई इलाके जलमग्न, रविदासपुरम को कराया गया खाली, घर पूरी तरह से पानी में डूबे

-पांडु, नोन, ईशन जैसी सभी छोटी नदियों में आई बाढ़, कानपुर के कई इलाके बाढ़ के पानी में डूबे

-बिठूर, टिकरा और बिल्हौर के इलाके जलमग्न, मेहरबान सिंह का पुरवा और स्कूल में बनाया राहत शिविर

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KANPUR : शहर में पिछले 48 घंटों से हो रही अनवरत बारिश के बाद अब कानपुर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कानपुर पर दोहरी मार पड़ने लगी है। एक तरफ बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया और दूसरी तरफ गंगा की सहायक नदियों में पानी उफान पर आ गया है, इससे कानपुर के आउटर इलाकों में बाढ़ आ गई है। पांडु नदी में बाढ़ की वजह से बर्रा-8, रविदासपुरम सहित अन्य इलाकों को प्रशासन ने खाली करा दिया है। यहां से पलायन हुए परिवारों को विश्वंभर नाथ इंटर कॉलेज और मेहरबान सिंह पुरवा में बनाए गए राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। रात तक स्कूल में 12 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। जिले में 37 और कानपुर में 12 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं।

गंगा पहुंची चेतावनी बिंदु के करीब

कानपुर जिले के सीमावर्ती सभी क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। गंगा जहां चेतावनी बिंदु 113 मीटर को छूने वाली हैं। वहीं सहायक नदियां पांडु, ईशन और नोन नदी में बाढ़ आ गई है। जिले में बाढ़ से निपटने के लिए 37 और गंगा में बाढ़ से निपटने के लिए 12 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। बाढ़ प्रभावित एरिया में लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। नाव, लाइफ जैकेट, मोटर बोट आदि का इंतजाम कर लिया गया है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने पर सिंचाई विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है और जिला प्रशासन से कहा है कि तटवर्ती गांवों के लोगों को सतर्क कर दें। गंगा कटरी के चैनपुरवा, गंगारामपुर, घारमखेड़ा, देवनीपुरवा समेत पांच गांवों में सबसे पहले पानी घ्ाुसता है।

शहर में चारों तरफ जलभराव

ट्यूजडे को भी शहर में भारी बारिश हुई। इससे जलभराव की स्थिति और विकराल हो गई है। कंघी मोहाल में कमर तक पानी भर गया, यहां लोगों ने घरों को खाली करना शुरू दिया है। बजरिया में भीषण जलभराव में एक की मौत हो गई। आवास विकास-3, केशवपुरम, सर्वोदय नगर, पांडव नगर, काकादेव, मछरिया, हरबंश मोहाल, विजय नगर, शास्त्री नगर, चावला मार्केट, रतनलाल नगर सहित दर्जनों इलाकों में भीषण जलभराव की स्थिति रही। इसके साथ ही रफाका नाला, बकरमंडी नाला सहित दर्जनों नाले उफान पर रहे। रफाका नाले के आसपास रहने वाले लोगों को घर खाली करने के आदेश डीएम ने दिए हैं।

सभी अधिकारी, कर्मचारी मुस्तैद रहें

बारिश से हालात खराब होने के चलते डीएम विजय विश्वास पंत, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा अधिकारियों के साथ शहर के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया। कहा कि नगर निगम, केस्को, वन विभाग, पुलिस, जल निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिविल डिफेंस के अधिकारी कर्मचारी मुस्तैद रहे। डीएम ने शहर में सभी 641 गिरासू भवनों को गिराने की कार्रवाई करने के निदेर्1श दिए।

जलभराव की इन नंबर्स पर दें सूचना

नगर निगम कंट्रोल रूम नंबर--

0512-2526004, 2556005

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यहां बनी गंगा बाढ़ चौकियां

जागेश्वर मंदिर नवाबगंज, संभरपुर, परमट, डोमनपुर, पुराना कानपुर जूनियर हाईस्कूल, नागापुर और कटरी राजापुर समेत 12 स्थानों पर --------------

ये गांव प्रभावित

मक्कापुरवा, चैनपुरवा, प्रतापपुर हरी, कटरी लुधवाखेड़ा, शंकरपुर सराय,कटरी ज्योरा, गंगारामपुर, देवनीपुरवा, घारमखेड़ा आदि गांवों में पानी घुसने की पूरी संभावना है। बताते चले कि 113.50 मीटर जलस्तर होने पर चैनपुरवा में पानी घुसना शुरू हो गया है।

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बचाव के संसाधन

178 लाइफ जैकेट

09 रस्सा नायलान

01 मोटर वोट

04 सरकारी नाव

04 लाइफ गार्ड

06 रोप लैडर

07 एल्यूमिनियम लैडर

80 निजी नाव

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ये इलाके हुए प्रभावित

-पांडु नदी में बाढ़ की वजह से बर्रा-8, रविदासपुरम सहित कई इलाकों में पानी भरा

-नोन नदी उफनाने से बिठूर के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा

-ईसन नदी में बाढ़ आने से बिल्हौर के कई इलाके जलमग्न होना शुरू हो गए हैं।

-एक दर्जन परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया, रविदासपुरम में घरों को खाली कराया जा चुका है।

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