-मप्र की नदियों से यमुना में छोड़ा गया पानी

-लगातार बारिश से हालात हो रहे खराब

ALLAHABAD: पूर्वी यूपी में भले ही झमाझम बारिश नहीं हो रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में फिर से मानसूनी बादलों ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है जिसका असर नदियों में उफान के रूप में दिख रहा है। यही पानी एमपी से यहां आकर तबाही मचा सकता है। इस वजह से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर अधिकारियों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। उधर, सिंचाई विभाग का कहना है कि एमपी से भारी मात्रा में मंगलवार को छोड़ा गया पानी ख्ब् घंटे बाद दिक्कतें पैदा कर सकता है जिससे यमुना के तटीय इलाकों की मुश्किलों में इजाफा हो सकता है।

तीन नदियों से आ रहा है पानी

एमपी में फिर से शुरू हुई बारिश ने जिला प्रशासन का सिरदर्द बढ़ा दिया है। बताया गया है मंगलवार को केन, बेतवा और चंबल नदी का लेवल अचानक बढ़ जाने से उसका पानी यमुना में छोड़ा गया है। जो कि बुधवार दोपहर बार इलाहाबाद में दस्तक देगा, जिससे यमुना के तटीय इलाकों मड़ौका, बसवार, मोहब्बतगंज, महेवा आदि में परेशानियां बढ़ सकती हैं। उम्मीद की जा रही है कि बुधवार को यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है।

गंगा में ठहराव जारी

उधर, गंगा का जलस्तर घटने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को भी जलस्तर में ठहराव बना रहा। इस दौरान फाफामऊ में 79.0क् मीटर, छतनाग में 77.भ्फ् मीटर और नैनी में 78.ख्भ् मीटर जलस्तर दर्ज किया गया। नैनी में दस और छतनाग क्क् सेमी तक पानी का लेवल बढ़ा है। इसके अलावा कानपुर से मंगलवार को गंगा में ख्.क्ब् लाख और हरिद्वार से भ्0 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो बुधवार तक इलाहाबाद पहुंच जाएगा। दोनों नदियों मिलकर लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। बता दें कि यह लगातार दूसरी बार है जब दूसरे राज्यों में हो रही बारिश से इलाहाबाद में नदियां प्रभावित हो रही हैं।

वर्जन

एमपी में फिर से बारिश होने से केन, बेतवा और चंबल नदी से भारी मात्रा में पानी यमुना में छोड़ा गया है। जो, बुधवार दोपहर बाद इलाहाबाद में नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा सकता है। तटीय इलाकों पर नजर रखी जा रही है।

-मनोज सिंह, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड