-कानपुर में होने वाले वनडे मैच से पहले फ्लड लाइट्स को दुरुस्त करने की कवायद शुरू

-प्राइवेट कंपनी ने देर रात किया मुआयना, शासन से पास हो चुका है 90 लाख का प्रपोजल

KANPUR (25 June): ग्रीनपार्क में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अक्टूबर में होने वाला वनडे मैच भले ही दिन का हो, लेकिन यहां चिंता फ्लड लाइट्स को लेकर इस कदर है मानों मैच दिन-रात का होना हो। इसी कड़ी में गुरुवार को भी एक प्राइवेट कंपनी के अधिकारी और टेक्नीशियंस घंटों फ्लड लाइट्स जलाकर मुआयना करते रहे।

दरअसल बीते दिनों प्रिंसिपल सेक्रेट्री (स्पो‌र्ट्स) अनीता भटनागर जैन की आलाअधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद मैच से पहले फ्लड लाइट्स को दुरुस्त करने और इसकी शैडो को शेड्स से ढकने पर विचार किया गया था। इसके लिए यूपीसीए और ग्रीनपार्क की ओर से 93 लाख रुपए का एक प्रपोजल भी बनाकर भेजा गया। इसी प्रपोजल पर प्राइवेट कंपनियों की नजर है, जिसमें अब कपिल देव की कंपनी देव मास्को भी शामिल हो गई। कंपनी के अधिकारियों ने गुरुवार को ग्रीनपार्क में फ्लड लाइट्स की जांच की।

देर रात किया मुआयना

देर रात देव मास्को कंपनी की टीम ग्रीनपार्क पहुंची और फ्लड लाइट्स की जांच की। कंपनी के टेक्निीशियंस ने करीब एक घंटे तक चारों फ्लड लाइट्स को जलाकर इसका मुआयना किया। टीम में शामिल थॉमस और प्रभाकर ने बताया कि मैच से पहले फ्लड लाइट्स की लंबाई को दुरुस्त कर पाना मुश्किल है। शेड्स बनाकर इसकी शैडो को मैदान में आने से रोका जा सकता है, ताकि ब्रॉडकास्टर्स को मैच कवर करने में परेशानी न हो। गौरतलब है कि बीते साल ऑडिट के दौरान पाया गया था कि ग्रीनपार्क की फ्लड लाइट्स की ऊंचाई तय मानकों के अनुरूप नहीं है। साथ ही इसकी शैडो के कारण ब्रॉडकास्टर्स को भी मैच कवर करने में परेशानी होती है। वो अलग बात है कि ग्रीनपार्क में फ्लड लाइट होने के बावजूद आज तक यहां कोई भी डे-नाइट वनडे या टी-20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेला गया।