- गंगा-यमुना के तटीय इलाकों में मचा हड़कंप

-फाफामऊ में चार, छतनाग में 49 व नैनी में 65 सेंटीमीटर बढ़ा जलस्तर

ALLAHABAD: खतरा अभी टला नहीं है। गंगा के बाद अब यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिसकी वजह से शुक्रवार सुबह तटीय इलाकों में हड़कंप मच गया। संगम के आसपास के इलाकों में रातों-रात पानी चढ़ जाने से लोगों को पलायन पर मजबूर होना पड़ रहा है। सिचाई विभाग की मानें तो आने वाले समय में यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रहेगी। जिससे लोगों को सतर्क रहना होगा।

सुबह देखा तो होश उड़ गए

पिछले कुछ दिनों से गंगा के शांत हो जाने से लोगों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन, शुक्रवार जब तटीय इलाकों के लोग सोकर उठे तो उनके होश उड़ गए। मढ़ौका, कछार, मवैया व अरैल आदि एरिया में पानी काफी ऊपर आ चुका था। ऐसे में सभी ने बाढ़ के डर से अपने कदम पीछे खींच लिए। यमुना का जलस्तर बढ़ने से गंगा में भी उफान बना हुआ है।

चंबल के पानी से आया उफान

सिचाई विभाग बाढ़ प्रखंड के अधिकारियों का कहना है कि यह हालात चंबल नदी के पानी के यमुना में आ जाने से पैदा हुए हैं। अभी यह बढ़त बनी रहेगी। अधिकारियों की मानें तो जिस तरह से पानी बढ़ रहा है उसको देखते हुए जलस्तर पर नजरे जमी हुई हैं। खतरे का अंदेशा होते ही स्लूज गेट को बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा गंगा के तटीय इलाकों सलोरी, बघाड़ा, सदियाबाद आदि में लोगों को सतर्क कर दिया जाएगा। बता दें कि छतनाग में ब्9 और नैनी में म्भ् सेमी जलस्तर वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं फाफामऊ में पानी केवल चार सेमी ही बढ़ा है।

गंगा में फिर छोड़ा पानी

शुक्रवार को फाफामऊ में 78.ब्9 मीटर, छतनाग में 7भ्.भ्8 मीटर व नैनी में 7म्.ब्क् मीटर गंगा का जलस्तर दर्ज किया गया। शनिवार को बढ़ोतरी का यह क्रम जारी रह सकता है। जानकारी के मुताबिक एक बार फिर हरिद्वार से 70 हजार क्यूसेक व कानपुर के गंगा बैराज से दो लाख ब्0 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो शनिवार को इलाहाबाद पहुंच जाएगा। इससे स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

- नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। यह क्रम भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है। इसको लेकर लगातार नजरें रखी जा रही हैं। दिक्कत बढ़ने पर स्लूज गेट बंद किया जाएगा।

मनोज सिंह, अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग बाढ़ प्रखंड