शहर के लोगों को नहीं मिली वाटर लॉगिंग से राहत

जलभराव के साथ गंदगी व कचरे के ढेर देख भड़कीं मेयर

ALLAHABAD: बहादुरगंज, चौक, नखास कोहना, मुट्ठीगंज, सुलेमसराय, चौफटका, लीडर रोड, बैहराना, बाई का बाग, टैगोर टाउन, जार्ज टाउन, नैनी, इंदलपुर, गंगोत्री नगर के साथ ही शहर का कोई भी इलाका नहीं बचा है, जहां वॉटर लागिंग की समस्या न हो। बुधवार को एक बार फिर पुरा शहर पानी-पानी हुआ। मेयर अभिलाषा गुप्ता निरीक्षण पर निकलीं तो हकीकत देख भड़क उठीं।

घुटने भर पानी

एक तरफ गंगा-यमुना के कछारी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बघाड़ा, सलोरी के साथ ही अन्य इलाकों में पानी घुस गया है। वहीं दूसरी ओर जलनिकासी की व्यवस्था न होने से जलभराव से जूझ रहे शहर के लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है। बुधवार को जबर्दस्त बारिश के बाद जलभराव से पूरा शहर परेशान रहा। लोग कहीं घुटने भर तो कहीं कमर भर पानी झेलते हुए घर पहुंचे।

न नाला साफ हुआ न नाली

पब्लिक ने निरीक्षण पर निकलीं मेयर को बताया कि वॉटर लॉगिंग की समस्या नगर निगम की देन है। नाला-नालियों की सफाई या तो हुई नहीं या कराई गई तो आधी-अधुरी। अब इनसे पानी नहीं निकल पा रहा है। नैनी में एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट के बगल से जाने वाले नाले को दीवार खड़ी कर बंद कर दिया गया है। इस वजह से वॉटर लॉगिंग की समस्या सामने आई है। मेयर ने नगर आयुक्त को स्थिति में सुधार का निर्देश दिया।

पार्षद धरने पर बैठीं

बाई का बाग एरिया की पार्षद आभा द्विवेदी ने लोगों की समस्या देखने के लिए बुलाया। वे नहीं पहुंचे तो पार्षद लोगों के साथ धरने पर बैठ गई। रामबाग और बाई का बाग इलाके में कई दिनों से जलभराव की स्थिति है। इसकी शिकायत जीएम जलकल, नगर आयुक्त, जिलाधिकारी, महापौर व मण्डलायुक्त से की गई, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। पार्षद आभा द्विवेदी ने जेई से बात की तो उसने भी जवाब दे दिया। प्रदर्शन करने वालों में शैलेंद्र द्विवेदी, संजय यादव, पप्पू पायल, अशोक जायसवाल, आरके अग्रवाल, बृज श्रीवास्तव, राजेश, मोनू, रामनेवाज पाल, काशीनाथ तिवारी, मुन्ना तिवारी, अवधेश शुक्ला, राजू श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।

खतरे भरे हैं 24 घंटे

जिस तेजी से खतरे के निशान की तरफ नदियां बढ़ रही हैं, उसको देखते हुए अगले 24 घंटे निचले इलाकों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। पिछले चौबीस घंटों में में गंगा में 155 सेमी और यमुना में 129 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो चिंता का विषय है। इलाहाबाद में खतरे का निशान 84.73 मीटर है और बुधवार को गंगा का जलस्तर 83.32 मीटर दर्ज किया गया। ऐसे में गंगा डेंजर प्वाइंट से महज 141 सेमी दूर रह गई हैं। बुधवार को गंगा में आए उफान के चलते दारागंज सब्जी मंडी जलमग्न हो गई। दर्जनभर घरों में पानी घुस जाने से लोगों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। इसी तरह फाफामऊ के रंगपूरा, नई बस्ती, डोमनीमऊ, फाफामऊ, मोरहूं, गद्दोपुर, सुमेरी का पूरा, मलाकहरहर, सहित दर्जनों गांव भी बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। यहां लोगों को छत पर समय बिताना पड़ रहा है। एहतियात के चलते गांवों की बिजली सप्लाई भी काट दी गई है।

जलस्तर पर नजर

डेंजर जोन--84.734 मीटर

स्थान बुधवार बढ़ोतरी

फाफामऊ-83.32 मीटर --1.55 मीटर

छतनाग -82.71 मीटर--1.34 मीटर

नैनी--83.25 मीटर--1.29 मीटर

खतरे के निशान से गंगा की दूरी

84.734 मीटर-83.320 मीटर---1.414 मीटर