ALLAHABAD: मानसून एक्सप्रेस के एक बार फिर रफ्तार पकड़ने की वजह से चारों तरफ बरसात शुरू हो गई है। जिसकी वजह से गंगा के जलस्तर में 24 घंटे के अंदर 22 सेंटी मीटर जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। वही यमुना का जलस्तर चार सेमी घटा है। यही नहीं नरोरा से हजारों क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। जिसकी वजह से जलस्तर में और वृद्धि होने का अनुमान है।

प्रशासन हुआ एलर्ट

खतरे को भांपते हुए एडमिनिस्ट्रेशन एलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी संजय कुमार ने सोमवार को भ्रमण कर स्थिति को देखने के बाद अधिकारियों को बाढ़ पर नजर रखने और एलर्ट रहने का निर्देश दिया। गंगा किनारे के तहसीलों के सभी एसडीएम व बाढ़ से सम्बंधित अधिकारियों को मुख्यालय पर ही रहकर बढ़ते जलस्तर पर नजर रखते हुए छह-छह घंटे पर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। नजर रखने के साथ ही जलस्तर में वृद्धि होने पर गंगा-यमुना के किनारे बसे बस्तियों में लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने का आदेश दिया। सोमवार को फाफामऊ में जलस्तर 79.13, यमुना का जलस्तर 77.65 और छतनाग में जलस्तर 77.16 मीटर दर्ज किया गया। छतनाग में भी यमुना की तरह आठ सेमी की कमी दर्ज की गई।