-मंगलवार को हुई कार्रवाई के दौरान हंगामा करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज

-नौका विहार मंडी खाली, दुकान लगाने आए दुकानदारों को खदेड़ा गया

KANPUR : नौका विहार फूल मंडी को बुधवार प्रशासन ने पूरी तरह से खाली करा लिया। पीएसी का पहरा बैठा दिया गया है। हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ मारपीट और गाली-गलौज पर निगम द्वारा एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। मुकदमा पूर्व पार्षद उमाकांत यादव और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है। फिलहाल, फूल व्यवसायियों को कहीं दुकान लगाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। नगर निगम ने नौबस्ता फूल मंडी में उनको स्थापित करने के लिए कहा है, लेकिन दूरी की वजह से दुकानदार वहां जाने को तैयार नहीं हैं।

कैंट में भी इजाजत नहीं

दुकानदार सुरेश, महेंद्र सैनी, मुकेश कुमार आदि ने कहा कि नौबस्ता मंडी के दुकानदार उनके धंधे में भी अड़ंगा डालेंगे। मंडी में सुबह चार-पांच बजे तक ही पहुंचना पड़ता है। सुबह इतनी दूर कैसे पहुंच पाएंगे। वहीं मंगलवार को हंगामे के बाद बुधवार सुबह से ही पुलिस और पीएसी लगा दी गई और मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया गया। दुकानदार वहां पहुंचे तो उन्होंने फिर मंडी के बाहर ही दुकान लगाने लगे। इस पर पीएसी ने उन्हें खदेड़ दिया। दुकानदार वहां से खदेड़े जाने के बाद कैण्ट क्षेत्र पहुंच गए और होटल वेलव्यू के बाहर दुकानें लगा कर बैठ गए। दिन भर वहीं रहे, लेकिन दुकानदारी न होने से करीब तीन बजे सभी दुकानदार चले गए। छावनी बोर्ड के उपाध्यक्ष लखन ओमर ने बताया कि कैंट क्षेत्र में फूल मंडी लगाने की इजाजत नहीं है, वहां कोई मंडी नहीं लगने दी जाएगी।

वापस कैलाश मंदिर जा सकते हैं

फूल के दुकानदारों विकास, सुनील, रजऊ का कहना है कि चार दिन से हो रहे हंगामे की वजह से उनका धंधा चौपट हो गया है। अब वे वापस कैलाश मंदिर प्रांगण में ही दुकान लगाने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि नगर निगम ने कैलाश मंदिर से ही मंडी नौका विहार में शिफ्ट की थी।