-ठंड और कोहरे के चलते आउटर में शाम ढलते ही रोड पर छा जा रहा अंधेरा

-लेकिन रोडवेज बसेज से लेकर टैक्सी व पर्सनल गाडि़यों में फॉग लाइट का नहीं है कोई प्रॉपर इंतजाम

VARANASI : अगर आप ठंड के मौसम में रात की जर्नी करते हैं तो फिर आपको अलर्ट होने की जरूरत है क्योंकि अब कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। आउटर इलाके में फॉग पड़ने के कारण हाइवे पर हादसों का दौर भी शुरू हो गया है। दो दिन पहले ही फॉग के दौरान सड़क हादसे में दो लोगों की जान चली गई और कई जख्मी हुए। इसलिए बेहतर यही होगा कि नाइट में जर्नी करने के लिए आप अपनी गाड़ी में फॉग लाइट जरूर लगवा लें ताकि कोहरे में भी आप सेफ जर्नी कर सकें।

खतरे में रात जर्नी

फॉग लाइट को लेकर हम टूर एंड ट्रैवल्स व पर्सनल फोर व्हीलर्स के ओनर्स को तो अवेयर कर सकते हैं लेकिन उन रोडवेज बसेज का क्या होगा जो रात में लांग डिस्टेंस का सफर तय कर रही हैं और उनमें फॉग लाइट तो दूर प्रॉपर हेड लाइट तक नहीं है। कैंट रोडवेज बस स्टेशन से लगभग पांच सौ से ज्यादा बसें संचालित हो रही हैं। ये बसें यहां से लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, दिल्ली समेत कई अन्य रूटस के लिए चलती हैं। वहीं आसपास के जिलों जौनपुर, गाजीपुर, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर और भदोही के लिए भी कई बसें रात में चलती है। इन बसों में रात के वक्त डेली सैकड़ों पैसेंजर्स यात्रा करते हैं लेकिन इनकी सेफ्टी को लेकर रोडवेज जरा भी अलर्ट नहीं है। कंडीशन यह है कि विभाग की कुछ बसों को छोड़कर अन्य में फॉग लाइट की व्यवस्था ही नहीं है। कई तो ऐसी बसें हैं जिनकी हेड लाइट तक राम भरोसे ही है। इस कमी के बाबत पूछने पर आरएम पीके तिवारी का कहना है कि कोहरे को देखते हुए रात में चलने वाली बसों के लिए अलग तैयारी की जायेगी।

तैयारी तो आपको भी करनी है

-पिछले दो-तीन दिनों से ठंड का बदल चुका है मिजाज।

- दिल्ली समेत पहाड़ी इलाकों में बढ़ी ठंड का असर पहुंचा यूपी तक।

- मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दस दिसम्बर के बाद और बढ़ेगी ठंड।

- बिहार समेत बनारस से सटे कई जिलों में फॉग ने दी दस्तक।

- इसलिए रात में सड़क पर यात्रा करने से पहले गाड़ी में फॉग लाइट का करें अरेंजमेंट।

- फॉग लाइट होने पर कोहरे में भी देखा जा सकेगा दूर तक।

- व्हाइट और येलो कलर में आती हैं फॉग लाइट्स।

- फॉग लाइट्स भ्00 से क्भ्00 रुपये तक की रेंज में हैं अवेलेबल।

रोडवेज को भी करनी होगी तैयारी

-कोहरा पड़ना हो गया है शुरू, लेकिन रोडवेज की अधिकतर बसों में नहीं हैं फॉग लाइट्स।

-ऐसे में इन बसेज में रात के वक्त जर्नी करना हो सकता है रिस्की।

-रोडवेज बसों के ड्राइवर्स करते हैं काफी रश ड्राइविंग।

- इसी का रिजल्ट रहा कि बुधवार को रोहनिया में रोडवेज बस जा भिड़ी ट्रक से, ख्म् पैसेंजर्स हुए जख्मी।