ठंड और गलन ने जीना दुश्वार करना शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा मुश्किल में हैं वो लोग जिन्हें या तो बनारस से कहीं दूर जाना है या बनारस वापस आना है। ऐसे लोगों के लिए आने-जाने का हर जुगाड़ कोहरे की वजह से कष्ट दे रहा है। देखिए किस तरह सफर में 'सफर' कर रहे हैं लोग

धुंध ने पैसेंजर्स की हर राह की कुंद

- रोडवेज बसेज दो से पांच घंटे की देरी से पहुंच रही है मंजिल तक, लांग रूट पर ज्यादा असर

- कोहरे की वजह से गोरखपुर, इलाहाबाद, आजमगढ़, लखनऊ रूट की बसेज सबसे ज्यादा लेट

VARANASI:

कोहरे ने हर किसी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। किसी की ट्रेन कैंसिल हो रही है तो कोई एयरपोर्ट पर सुबह से दोपहर तक फ्लाइट का वेट कर रहा है। रोडवेज बसेज भी दो से पांच घंटे तक लेट से बस स्टेशन पर पहुंच रही हैं। बसेज में तीन घंटे की सफर के लिए रोडवेज पैसेंजर्स को पांच घंटे तक वेट करना पड़ रहा है वहीं ट्रेन्स में ये पक्का ही नहीं है कि इंतजार कितना करना होगा।

पैसेंजर्स ने मुंह मोड़ा

कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर हाल ऐसा है कि वाराणसी-गोरखपुर रूट की रोडवेज बसेज तीन-चार घंटे की देरी से चल रही है। लेटलतीफी को देखते हुए पैसेंजर्स भी रोडवेज स्टेशन पर कम पहुंच रहे हैं। इसलिए अधिकतर बसेज में सिर्फ एक से दो दर्जन पैसेंजर्स ही सफर कर रहे हैं। इससे रोडवेज को भी डेली हजारों का लॉस हो रहा है। सेम कंडीशन आजमगढ़ और इलाहाबाद रूट की भी है। हाल ये है कि अब ज्यादातर पैसेंजर्स प्राइवेट व्हीकल्स की शरण में जा रहे हैं। जिनका समय से मंजिल तक पहुंचना बेहद जरूरी है वो रिजर्व व्हीकल से यात्रा कर रहे हैं।

रात में ड्राइवर्स की फजीहत

रोडवेज बसेज के ड्राइवर्स को रात काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। ड्राइवर्स की माने तो छह बजे के बाद ही रूरल एरिया में कोहरे से सामना होने लगता है। बसों की लाइट भी माशाअल्ला है और किसी भी बस में फॉग लाइट नहीं है। ऐसे में काफी रिस्क लेकर ड्राइव करना पड़ रहा है। स्लो चलने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है।

कोहरा के कारण बसेज लेट हो रहीं हैं। लांग रूट ज्यादा प्रभावित है। इससे रोडवेज को डेली लॉस भी हो रहा है। कोहरे में ड्राइवर्स को विशेष सावधानी बरतने का निर्देश भी दिया गया है।

-आरसी दुबे, एआरएम (रूरल)

रोडवेज कैंट