-मडि़यांव के प्रीतिनगर में योगा टीचर संतोष त्रिवेदी की हत्या का मामला

-पुलिस टीम ने घटनास्थल से ब्लड सैंपल व बाल जांच के लिये भेजे

-पड़ोसी व दो अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज

LUCKNOW: सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की वाइफ के योगा टीचर संतोष त्रिवेदी (38) की हत्या के मामले में अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। मडि़यांव के प्रभातपुरम में हुई इस सनसनीखेज घटना की जांच में जुटी पुलिस टीम ने इस हाईप्रोफाइल मामले को फॉरेंसिक एविडेंस के जरिए सुलझाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिये पुलिस टीम ने घटनास्थल पर मिले खून के सैंपल व बालों के गुच्छे को विधि विज्ञान प्रयोगशाला जांच के लिये भेजा है। साथ ही पुलिस ने पड़ोसियों से भी पूछताछ कर सुराग हासिल करने की कोशिश शुरू की है। जबकि, मंगलवार देररात पुलिस ने मृतक के भाई दुर्गेश की तहरीर पर पड़ोसी गोपी वाजपेयी और दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली। फिलवक्त नामजद आरोपी गोपी मौके से फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

यह थी घटना

इटौंजा के राजा रायपुर के मूल निवासी संतोष त्रिवेदी योगा टीचर थे। वह मौजूदा वक्त में मडि़यांव के प्रीतिनगर नया प्रभातपुरम में तीन मंजिला मकान में परिवार के साथ रहते थे। सोमवार की देर रात उनके मकान से दुर्गध उठने पर पड़ोस में रहने वाले गोपी की वाइफ रेनू ने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी इंफॉर्मेशन दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा भीतर से बन्द मिला। लिहाजा, पुलिस बगल के मकान से सीढ़ी के जरिए उसके घर पहुंची। जहां संतोष का शव बेड पर क्षत-विक्षत हालत में पड़ा हुआ था। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी थी। मायके गई संतोष की वाइफ रेनू और उसका छोटा भाई दुर्गेश मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद इसे सामान्य मौत बताया जबकि दुर्गेश और रेनू ने इसे हत्या बताया था। देरशाम आई पीएम रिपोर्ट में भी किसी वजनी चीज से सिर पर वार कर हत्या की पुष्टि हुई थी।

'गोपी है मेरे भाई का हत्यारा'

मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर मडि़यांव संतोष सिंह ने बुधवार को दुर्गेश से पूछताछ की। इस दौरान दुर्गेश ने कहा कि 'गोपी ही मेरे भाई का हत्यारा है, उसी ने यह करतूत की है'। दुर्गेश राज्य संपत्ति विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत है। दुर्गेश ने बताया कि कुछ समय पूर्व ही गोपी अपने घर में सबमर्सिबल बोरिंग करा रहा था। उस दौरान वह जानबूझकर उनके घर के सामने पानी भर देता था। संतोष ने जब इसका विरोध किया तो वह झगड़े पर उतारू हो गया। इस दौरान दोनों परिवारों के बीच मारपीट भी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने मृतक संतोष के भांजे और गोपी को जेल भी भेजा था। इसके बाद गोपी ने संतोष को देख लेने की धमकी भी दी थी। गौरतलब है कि घटना के बाद से गोपी फरार चल रहा है।

सामने आने पर पहचानने का दावा

मृतक के भाई दुर्गेश ने मंगलवार देर रात तहरीर देकर गोपी व दो अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई। उसने बताया कि पिछली बार हुए झगड़े में दो अज्ञात लोग गोपी के पक्ष में लड़ने के लिये वहां आए थे। वे दोनों अक्सर गोपी के घर आते रहते थे। दुर्गेश ने आशंका जताई कि गोपी ने इस बार अपने उन्हीं दोनों साथियों के साथ उसके भाई की हत्या कर दी।

इंस्पेक्टर पर बदसलूकी का आरोप

संतोष त्रिवेदी के परिजनों ने इंस्पेक्टर मडि़यांव पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि बुधवार को इंस्पेक्टर संतोष सिंह जांच के लिये उनके घर पहुंचे थे। जब उन लोगों ने इस मामले की शुरुआती जांच में लापरवाही बरतने की बात कही तो वे भड़क उठे और उन्होंने उलटे परिजनों पर मीडिया में ऊल-जलूल बयानबाजी का आरोप मढ़ते हुए फटकार लगानी शुरू कर दी। मृतक के फुफेरे भाई अरविन्द का आरोप है कि जब उसने इस मामले में इंस्पेक्टर से बात करनी चाही तो उन्होनें उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी और उसे अपमानित करते हुए वहां से भगा दिया। फिलहाल पुलिस आधा दर्जन संदिग्धों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।