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लायबिलिटी से बचने के लिए इन कर्मचारियों को तमाम विभाग करते हैं आउटसोर्स
सैलरी घोटाला सामने आने के बाद मंडल के सभी विभागों में कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
ALLAHABAD: कमीशनखोरों ने स्वीपर, माली, सफाईकर्मी और गार्ड को भी नही छोड़ा। आउट सोर्सिग के नाम पर उनकी आधी से लेकर एक तिहाई सैलरी में सेंध लगाने से भी नही चूक रहे। बेली और कॉल्विन हॉस्पिटल में यह खेल खुलेआम चल रहा है। कमिश्नर के आदेश पर श्रम विभाग की जांच में यह बात सामने आई। अब कमिश्नर ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए पूरे मंडल में जांच का आदेश दे दिया है।
खाली पेट सोने को मजबूर कर्मचारी
बेली हॉस्पिटल में चतुर्थ श्रेणी आउट सोर्सिग कर्मचारियों को प्रतिमाह महज 6100 रुपए का भुगतान किया जा रहा था। यहां कुल 35 कर्मचारियों को तैनात किया गया था। संबंधित एजेंसी एएन कपूर जैनिटर्स अकुशल ठेके के कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतनमान 7400 रुपए विभाग से वसूल रही थी। प्रत्येक कर्मचारी के वेतन से 1300 रुपए का मोटा कमीशन लिया जा रहा था। कुल मिलाकर 45500 रुपए प्रतिमाह का हक गरीबों का मारा जा रहा था।
दो कदम आगे काल्विन के ठेकेदार
कॉल्विन हॉस्पिटल में आउट सोर्सिग का ठेका लेने वाली एजेंसी बेली हॉस्पिटल की एजेंसी से दो कदम आगे निकली। यहां 32 कर्मचारियों को प्रतिमाह महज 5500 रुपए का भुगतान किया जा रहा था। श्रम विभाग की जांच में पाया गया कि एजेंसी मेसर्स आल सर्वे ग्लोबल प्रालि मुंबई की ओर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों नकद पैसा दिया जाता था, जिससे अथेंटिक रिकार्ड मेंटेन नही पाए गए। नियमानुसार यहां कर्मचारियों के हिस्से के 134400 रुपए का हर माह घोटाला किया जा रहा था।
यहां से खुला था खेल
तहसील दिवस पर सैदाबाद पीएचसी में तैनात सफाईकर्मी रामबलि ने कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल से शिकायत की थी कि उसके सहित तीन सफाईकर्मियों को प्रतिमाह पांच हजार रुपए पर रखा गया था लेकिन पेमेंट महज तीन हजार का किया जा रहा है। विभाग से संबंधित एजेंसी 5907 रुपए प्रति कर्मी ले रही है। सीएचसी सैदाबाद में सफाईकर्मियों को एजेंसी जनसेवा समिति के ठेकेदार रामगति की ओर से सौ रुपए प्रति दिन भुगतान का मामला सामने आया था। जांच में यह दावे सही पाए गए। इसके बाद कमिश्नर ने अन्य विभागों का भी रिकॉर्ड चेक करने का आदेश दिया।
नही हो रहा नियमों का पालन
9118.66
रुपए शासन द्वारा निर्धारित कुशल कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी
8140.51
रुपए शासन द्वारा निर्धारित अर्द्धकुशल कर्मचारियों की प्रतिमाह न्यूनतम मजदूरी
7400.46
रुपए शासन द्वारा निर्धारित अकुशल कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी
35
बेली हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारी
6100
रुपए दिया जा रहा वेतन
32
कॉल्विन हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मचारी
5500
रुपए दिया जा रहा वेतन
3000
रुपए पीएचसी सैदाबाद में दिया जा रहा वेतन
5000
रुपए शासन से तय किया गया अनुबंध
मंडल के सभी विभागों में शिकायत मिलने पर जांच के आदेश दिए गए हैं। कही गड़बड़ी मिलती है तो उप श्रमायुक्त लेबर एक्ट के तहत कार्रवाई करने को स्वतंत्र होंगे।
डॉ। आशीष कुमार गोयल,
कमिश्नर