RANCHI: रिम्स में मरीजों को डाइट देने वाली एजेंसी उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। इसबार एजेंसी ने मरीजों को बिना परमिशन लिए ही नया प्रोटीन पाउडर डाइट में परोस दिया। इससे गंभीर बीमारी वाले मरीजों की किडनी भी प्रभावित हो सकती थी। इस मामले में डाइटीशियन ने तत्काल पाउडर को हटाने का आदेश दिया है। साथ ही एजेंसी के स्टाफ्स को जमकर फटकार भी लगाई है। इसके बाद उन्होंने एजेंसी के चार दिनों की लिक्विड डाइट का पैसा भी काटने का आदेश दिया है। बताते चलें कि रिम्स में हर दिन 1500 मरीजों का खाना किचन में बनता है।

एनर्जिया पाउडर देने का है आदेश

हॉस्पिटल में एडमिट कुछ मरीजों को छोड़ सभी मरीजों को दूध में प्रोटीन पाउडर देना है। ताकि डाइट में मिलने वाले सप्लीमेंट को पूरा किया जा सके। इसके लिए डाइटीशियन और कमिटी ने एनर्जिया पाउडर तय किया था। लेकिन एजेंसी ने डंडी मारते हुए मरीजों को सस्ता पाउडर डाइट में देना शुरू कर दिया। चार दिनों बाद जब डाइटीशियन को इसकी खबर मिली तो उन्होंने तत्काल इसे बंद करवा दिया।

वर्जन

एनर्जी पाउडर सप्लीमेंट के लिए दिया जाता है। लेकिन उसके लिए भी कुछ मानक हैं। अगर किसी पाउडर में सोडियम अधिक है तो उससे किडनी और हार्ट के मरीजों को परेशानी हो सकती है। वहीं प्रोटीन कम मिलने से मरीज की डाइट ही पूरा नहीं हो पाएगी। ऐसे में एजेंसी को तत्काल पाउडर बदलने को कहा गया है। उसमें भी कंपनी का सर्टिफिकेट होना चाहिए ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो।

कुमारी मीनाक्षी, डाइटीशियन