भारत लौटना पड़ सकता

22 वर्षीया अदिति ने चार माह पहले इंग्लिश लीग में खेलकर इस लीग में खेलने वाली देश की पहली महिला फुटबॉलर बनने का गौरव हासिल किया था। ‘द टेलीग्राफ’ के अनुसार अदिति को वीजा समस्या के कारण भारत लौटना पड़ सकता है। अदिति पिछले साल छात्र वीजा पर ब्रिटेन आई थी। उसे लागबोरो विश्वविद्यालय में खेल प्रबंधन की मास्टर डिग्री का कोर्स करना था। उसने साथ साथ महिला लीगों में ट्रायल देना जारी रखा। अदिती को कुछ दिनों पहले ही इंग्लैंड की वर्ष की सर्वश्रेष्ठ एशियाई महिला फुटबॉलर चुना गया था। फुटबॉल संघ (एफए) के नियमों के अनुसार स्टुडेंट वीजा पर आया खिलाड़ी किसी भी शीर्ष दो डिविजन क्लबों में शामिल नहीं हो सकती थी।

स्पॉन्सर करने का निर्णय

जिसके चलते अदिती ने तीसरी डिविजन में खेलना शुरू कर दिया। उन्होंने वेस्टहैम यूनाइटेड लेडिज के साथ एक वर्ष का अनुबंध किया। अब अदिती का स्टुडेंट वीजा खत्म हो रहा है और उनकी टीम ने अदिती को वर्क वीजा के लिए स्पॉन्सर करने का निर्णय किया। लेकिन अदिती वर्क वीजा के लिए अप्लाय नहीं कर सकती है क्योंकि उनका क्लब थर्ड डिविजन क्लब है और उसे सेमी-प्रोफेशनल श्रेणी में रखा गया है। आदिति का कहना है कि उन्हें पहले शीर्ष दो डिविजन में नहीं खेलने दिया गया और अब उन्हें किसी भी डिविजन में खेलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। यह बहुत ही हास्यास्पद और बेवकूफी भरी बात है।

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