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PATNA : पांच हजार रुपए दो. साहब, हम बहुत गरीब हैं. दो हजार ही दे दो. नहीं तीन हजार से कम तो हो ही नहीं सकता. हम लोगों पर रहम करिए. घर जाने के लिए भी पैसा नहीं हैं. अच्छा एक काम करो 1700 रुपए दे दो. इससे कम नहीं हो सकता. यह नजारा बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस का है. यहां पर लाशों के साथ सौदा किया जाता है. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास लगातार लोग शिकायत कर रहे थे कि पोस्टमार्टम हाउस में पीएम करने का पैसा लिया जाता है.

ऐसे हुआ खुलासा

शिकायत आने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम रविवार को पीएमसीएच का जायजा लेने पहुंची. सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक टीम वहां पर गुप्त रूप से हर पोस्टमार्टम हाउस की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. इस दौरान एंबुलेंस से लाश उतारने से लेकर चढ़ाने तक का रेट फिक्स है. मजबूरी में लोगों को रुपया देने पड़ते हैं. रुपए नहीं देने पर जानबूझकर कर लाश पोस्टमार्टम रूम में रखा रहता है. यह सब कुछ पुलिस चौकी से महज 50 मीटर की दूरी पर हो रहा है. इनके खिलाफ न तो पुलिस कोई कार्रवाई करती है और नहीं पीएमसीएच के प्रबंधक.

 

पोस्टमार्टम रूम में ये रेट हैं फिक्स

  • 500 रुपए एंबुलेंस से शव उतारने के लिए.
  • 700 रुपए कफन का है चार्ज.
  • 500 रुपए प्लास्टिक का.
  • 400 रुपए बांस के लिए वसूलते हैं.
  • 2000 रुपए पीएम रूम से बॉडी बाहर निकालने का चार्ज.
  • 500 रुपए एंबुलेंस में वाहन चढ़ाने का चार्ज.

 

पीएमसीएच के पोस्टमार्टम रूम की आंखोदेखी

केस-1

मसौढ़ी की मालती देवी की ट्रेन से गिरने से मौत हो गई थी. पीएम के लिए उन्हें जिला अस्पताल लाया गया था. उन्होंने बताया कि मैं घर से बांस लेकर आया था. इसके बाद भी जबरदस्ती उनसे बांस के नाम पर 400 रुपए लिया गया. इसके साथ ही बॉडी के लिए भी 2 हजार रुपया लिया गया.

 

केस-2

मुंगेर निवासी सरिता देवी की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. पहले उनसे पीएम रूम में 5 हजार रुपए की डिमांड की गई. उन्होंने कहा कि मेरे पास रुपए नहीं है. इसके बाद 3 हजार रुपए दिया. इसके बाद ही उन्हें बॉडी सौंपी गई. बाद में घर ले जाने के लिए उनके पैसा नहीं था. उधार लेकर एंबुलेंस किया.

 

केस-3

दीघा निवासी सुनिल की मौत फंदे पर लटकने से हुई थी. पीएम से पहले ही परिवार के लोगों से 2 हजार रुपए की डिमांड की गई. उनके पास रुपया नहीं था. बाद में एक होमगार्ड और परिजन रिश्तेदारों के साथ गए. वहां से वो रुपए का इंतजाम किए. इसके बाद उन्हे बॉडी मिली.