मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ को भी भेजा जाएगा निमंत्रण

- केंद्र सरकार के कई प्रमुख सचिव और सचिव भी रहेंगे मौजूद

- बीस दिन बाद इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इंवेस्टर्स समिट का आगाज

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW:बीस दिन बाद राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी इंवेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर शामिल होने के लिए मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ को भी आमंत्रण भेजा गया है। इसके अलावा अलग-अलग देशों के उद्योग और वित्त से जुड़े मंत्रालयों के मंत्री भी समिट में बुलाए गये हैं। करीब 53 देशों के राजदूत के अलावा देश के 12 टॉप उद्योगपतियों को भी समिट में हिस्सा लेने का निमंत्रण भेजा जा रहा है। कहना गलत न होगा कि पहली बार यूपी को इंवेस्टमेंट का सबसे बेहतर डेस्टिशन बनाने को कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

अफसरों का लगेगा जमावड़ा

समिट में भारत सरकार के प्रमुख सचिव रैंक के 109 अफसरों को भी इंवेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने के लिए बुलाया जा रहा है। यह राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ निवेशकों की छोटी से छोटी समस्याओं को दूर करने के लिए अहम सुझाव देंगे। साथ ही उद्योगों से जुड़े केंद्र सरकार के सचिव रैंक के 19 अफसर भी समिट का हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा यूपी के सभी लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों, यूपी विधानसभा और विधान परिषद के सभी सदस्यों को भी न्यौता भेजा जा रहा है। केंद्र सरकार के 46 मंत्री भी इसमें हिस्सा लेकर अपने-अपने विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का ब्योरा पेश करेंगे।

यूपी के टारगेट पर 14 देश

इंवेस्टर्स समिट की सफलता के लिए छह पार्टनर देशों के अलावा 14 अन्य देशों को भी टारगेट पर रखा गया है। दरअसल राज्य सरकार की मंशा है कि अगले साल बड़े पैमाने पर ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाए ताकि बड़े पैमाने पर दुनिया भर के निवेशक यूपी में निवेश की संभावनाएं तलाश सकें। इन देशों में ब्रिटेन, जर्मनी, थाईलैंड, इजराइल, मॉरीशस, यूएई, बेल्जियम, ताइवान, डेनमार्क, नार्वे, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, यूएसए और कनाडा शामिल हैं।