- हरियाली फैलाने में पिछड़ा निगम

- एक फीसदी भी नहीं बढ़ा सके कदम

आगरा। शहर को हराभरा करने का प्लान कागजों में ही हरा हो रहा है। पिछले कई सालों में ग्रीनरी बढ़ाने के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए। अब पौधारोपण, ब्यूटीफिकेशन के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। कंक्रीट के जंगलों में ग्रीनरी 12 प्रतिशत भी नहीं है, जबकि 15 प्रतिशत करने के दावे किए जा रहे हैं।

अब आबोहवा बचाते की चिंता

ताजनगरी की आबादी लगातार बढ़ रही है। वहीं, ताजमहल समेत कई टूरिस्ट प्लेस को देखने के लिए 40 लाख से अधिक पर्यटक सालभर में आते हैं। शहर को टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित करने के लिए कंक्रीट का जाल बिछा दिया गया। इस बीच ग्रीनरी का ध्यान नहीं रखा गया। शहर की आबोहवा में परिवर्तन आया, तो पर्यावरण बचाने की चिंता सताने लगी।

नगर निगम की ओर से एक्शन प्लान फॉर ग्रीन कवर तैयार किया गया। इसके तहत 2015 से 2021 के बीच 12 से लेकर 15 प्रतिशत तक ग्रीनरी बढ़ाने का कागजों में प्रपोजल तैयार किया गया। लेकिन ये कागजों में ही सीमित हैं। नगर निगम इस दिशा में अब तक एक कदम भी बढ़ नहीं सका है। निगम इस साल 0.5 प्रतिशत ग्रीनरी बढ़ाने का दावा कर रही है। जो अब तक कागजों पर ही है।

12 प्रतिशत के लिए चाहिए 17 वर्गकिमी। में ग्रीनरी

नगर निगम ने एक्शन प्लान फॉर ग्रीन कवर-2 में आंकड़े पेश किए हैं। उसके अनुसार नगर निगम का कुल क्षेत्रफल 141 वर्ग किलोमीटर है। इसमें लगभग 42 लाख 30 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में ही ग्रीनरी है, जबकि 12 प्रतिशत के लिहाज से 1 करोड़ 69 लाख 20 हजार वर्ग मीटर यानी 16.92 वर्गकिमी में ग्रीनरी चाहिए। इस हिसाब से आठ प्रतिशत क्षेत्र में भी ग्रीनरी नहीं है। ये आंकड़े पर्यावरण के प्रति उदासीनता साफ जाहिर करते हैं।

21 किमी। को करना है हराभरा

पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए वर्ष 2021 तक 21 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र को हराभरा करना है। इस अनुसार लगभग 2.11 करोड़ वर्ग मीटर एरिया को पेड़-पौधों से हराभरा करना है। वहीं नगर निगम की सरकार इस साल 0.5 प्रतिशत ग्रीनरी बढ़ाने का दावा कर रही है। इस लिहाज से वर्ष 2018 में ग्रीनरी का हिस्सा 12 प्रतिशत तक नहीं पहुंचेगा। इसे तय समय- सीमा में बढ़ाना चुनौती से कम नहीं है।

11.5 करोड़ से हरियाली

इस साल पार्को का ब्यूटीफिकेशन, सौंदर्यीकरण और पेड़ों पर 11 करोड़ 53 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इससे शहर को हराभरा बनाने के दावे किए जा रहे हैं। इसे लेकर मेयर ने थाम लो हरियाली अभियान की शुरुआत की है।