-पिता को खाना देकर घर लौट रही थी, रास्ते में किया हमला

- शीशगढ़ में हुई घटना, मांस नोचने से थम गई सांसे

शीशगढ़ : ईट-भट्ठे से पिता को खाना देकर लौट रही एक सात वर्षीय छात्रा पर जंगली कुत्तों के झुंड के हमले से उसकी मौत हो गई। कुत्तों ने शरीर के कई हिस्सों से नोच डाला। इसके चलते बेबस छात्रा ने दम तोड़ दिया। उसकी मौत से घर में कोहराम मच गया। सूचना पाते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया।

टिफिन देखकर कुत्तों ने किया हमला

थाना क्षेत्र ग्राम भिढिया रसूलपुलपुर निवासी श्यामवीर की सात वर्षीय पुत्री रिंकी गांव स्थित स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती थी। विद्यालय बंद होने के कारण वह थर्सडे को गांव से एक किमी दूरी पर स्थित ईट भट्ठे पर काम कर रहे अपने पिता को खाना देने गई थी। उसके हाथ में खाली टिफिन थी। लौटते समय दिन में करीब 11 बजे गांव से पहले जंगली कुत्तों के झुंड ने टिफिन देखकर उस पर हमला बोल दिया।

कुछ ही लम्हों में थम गई सासें

हमला करने वाले खूंखार कुत्तो के झुंड ने रिंकी के शरीर से मांस नोचना शुरू कर दिया। कुछ देर में बालिका की सांस थम गई। वहां से गुजर रहे लकड़ी ठेकेदार की इस मंजर पर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाया। शोर सुनकर वहां लोग इकट्ठा हो गए। कुत्तों को लोगों ने भगाया। इस घटना की सूचना जिसे मिली वह हैरान हो गया।

घर में मचा कोहराम

बेटी रिंकी मौत की सूचना ईट-भट्ठे पर काम कर रहे लोगों को दी। मौके पर श्यामवीर पहुंचे और बेटी का हाल देखकर बेसुध हो गए। वहीं घर में कोहराम मच गया। कुछ देर में मौके पर भीड़ जुट गई। सूचना पर मानपुर चौकी इंचार्ज दीनदयाल यादव फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। बालिका के परिजनों शव का पीएम कराने से इंकार कर दिया। लिहाजा, बगैर कुछ कार्रवाई किए पुलिस लौट गई।