- अब तक वनों में आग की 672 घटनाओं में 1057 हेक्टेयर वन क्षेत्र हुआ प्रभावित

इस बार तराई व दून के इलाके में ज्यादा घटनाएं, पहाड़ों से बारिश से हालात काबू में

DEHRADUN:

तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही जंगलों में लग रही आग की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इस बार पिछले साल की अपेक्षा आग की घटनाएं काफी कम हुई हैं। वन विभाग का दावा है कि अभी तक हुई आग की सभी घटनाओं पर काबू पा लिया गया है।

ख्ब् घंटे में 7भ् हेक्टेयर वन जले

वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले ख्ब् घंटों में राज्य के जंगलों में आग लगने की कुल भ्क् घटनाएं हुई हैं और इनमें कुल 7भ्.ख्0 हेक्टेयर वनों के प्रभावित होने का आकलन किया गया है। इस सीजन में राज्य में अब तक फॉरेस्ट फायर की कुल ब्7ख् घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें क्0भ्7.ब्9 हेक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुई है।

तराई व दून में ज्यादा घटनाएं

इस बार पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से वनों की आग काबू में है, लेकिन तराई और दून के इलाकों में ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। वन विभाग का कहना है अगले कुछ दिनों में तराई और दून में बारिश होने की उम्मीद है, जिससे यहां में आग की घटनाएं कम हो जाएंगी।

सभी घटनाओं पर काबू

वन विभाग के प्रवक्ता बीपी गुप्ता का दावा है कि अब तक आग लगने की जितनी भी घटनाएं हुई हैं, उन पर काबू पर लिया गया है। इस बार क्रू स्टेशनों की संख्या अधिक होने के कारण आग लगते ही तुरन्त सूचना मिल जाती है और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया जाता है।

चौकस है वन विभाग

जंगलों की आग के मद्देनजर वन महकमा इस बार पूरी तरह से चौकस है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार आग बुझाने के यंत्रों और क्रू स्टेशनों की संख्या बढ़ाई गई है। इस बार क्म्7 वाच टॉवरों की मदद से आग की घटनाओं पर नजर रखी जा रही है। दो ड्रोन भी जंगलों पर नजर रखे हुए हैं। फ्9 मास्टर कंट्रोल रूम और क्ब्फ्ब् क्रू स्टेशन बनाए गये हैं, ताकि आग की किसी भी घटना की सूचना मिलते ही तुरन्त कर्मचारियों को मौके पर रवाना किया जा सके। राज्य के क्फ्9 रेंजों में वाहनों वन विभाग के अपने वाहन तैनात किये गये हैं, जबकि जिन 9म् रेंजों में वन विभाग के वाहन नहीं हैं वहां फायर सीजन के लिए किराये के वाहनों की व्यवस्था की गई है।

एक नजर

क्म्7 वाच टॉवरों की मदद से आग की घटनाओं पर नजर

दो ड्रोन के जरिए जंगलों पर रखी जा रही नजर।

फ्9 मास्टर कंट्रोल रूम और क्ब्फ्ब् क्रू स्टेशन बनाए गये हैं।

क्फ्9 रेंजों में वन विभाग ने तैनात किए हैं अपने वाहन।